कोलकाता। 8 में से 7 मैच हारकर 'अगर-मगर' के फेर में फंसी विराट कोहली की रॉयल चैलेंजर्स को आईपीएल में बने रहने के लिए शुक्रवार को कोलकाता नाइटराइडर्स को हर हालत में हराना होगा। केकेआर लगातार 3 मैच हारकर अंक तालिका में 2रे से 6ठे स्थान पर खिसक चुकी है लिहाजा आरसीबी के पास जीतने का सुनहरा मौका है।
केकेआर के ट्रंप कार्ड आंद्रे रसेल को भी बाएं कंधे में चोट लगी है जिन्हें अभ्यास के दौरान बाउंसर लग गया था। चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ मैच से पहले भी वे पूरे फिट नहीं थे और टूर्नामेंट में पहली बार नाकाम रहे। इससे केकेआर की उन पर अत्यधिक निर्भरता भी उजागर हो गई।
रसेल ने आरसीबी के खिलाफ पिछले मैच में 13 गेंदों में नाबाद 48 रन बनाए थे और केकेआर ने 206 रनों के लक्ष्य का पीछा करके जीत दर्ज की थी। यह देखना होगा कि रसेल समय पर फिट हो पाते हैं या नहीं? उनकी गैर मौजूदगी केकेआर को बहुत खलेगी जिसकी नजरें जीत की राह पर लौटने पर लगी होंगी।
प्लेऑफ में पहुंचने के लिए केकेआर को बाकी 6 में से कम से कम 4 मैच जीतने होंगे जिनमें से 3 उसे ईडन गार्डंस पर खेलने हैं। आरसीबी के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली और एबी डिविलियर्स ने अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन टीम एक इकाई के रूप में अच्छा नहीं खेल सकी है। तेज गेंदबाजों ने निराश किया है।
युवा नवदीप सैनी ने प्रभावी प्रदर्शन किया जबकि उमेश यादव फ्लॉप रहे जिन्हें महज 2 विकेट मिल सके। नैथन कूल्टर नॉइल की चोट की वजह से दक्षिण अफ्रीका के डेल स्टेन टीम में आए हैं जिससे तेज आक्रमण मजबूत होने की उम्मीद है। केकेआर की तेज गेंदबाजी भी औसत ही रही है जबकि बल्लेबाजों की ऐशगाह ईडन की पिच पर उसके स्पिनर भी खास कमाल नहीं कर सके हैं।
सभी की नजरें केकेआर के कप्तान दिनेश कार्तिक पर लगी होंगी जिन्हें युवा ऋषभ पंत पर तरजीह देकर विश्व कप टीम में शामिल किया गया। कार्तिक इस सत्र में 18.50 की औसत से रन बनाते हुए महज एक अर्द्धशतक लगा सके हैं।