दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ चेन्नई सुपर किंग्स का स्कोर 87 रन था जब डू प्लेसिस चौदहवें ओवर में आउट हो गए । सीएसके की 150 तक पहुंचने की उम्मीद नजर नहीं आ रही थी लेकिन धोनी और जडेजा ने आखिरी 5 ओवरों में काफी तेज बल्लेबाजी की।चेन्नई ने आखिरी 5 ओवर में 77 रन ठोक डाले। धोनी ने इसके बाद 19वें ओवर की आखिरी गेंद पर क्रिस मौरिस पर छक्का मारा और अंतिम ओवर में ट्रेंट बोल्ट की आखिरी दो गेंदों पर छक्के लगाकार टीम को 179 तक पहुंचा दिया।
ट्रेंट बोल्ट के अंतिम ओवर में चेन्नई ने 21 रन जोड़े और यह मुमकिन हुआ महेंद्र सिंह धोनी की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की बदौलत। आखिरी ओवर में ट्रेंट बोल्ट जैसे गेंदबाज पर 21 रन बनाना मामूली बात नहीं है। लेकिन क्योंकि धोनी यह करते आए हैं उनके लिए यह मामूली बात है। इसकी गवाही देते हैं यह आंकड़े -
धोनी बीसवें ओवर के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में शुमार हैं। धोनी ने आईपीएल करियर में बीसवें ओवर के दौरान 226 गेंदों में 554 रन ठोके हैं। इसका मतलब है कि बीसवें ओवर में धोनी का स्ट्राइक रेट 244 से ज्यादा का रहा है। 20वें ओवर में धोनी 46 छक्के लगा चुके हैं।
यह आंकड़े और भी दिलचस्प तब हो जाते हैं जब आप यह देखतें हैं कि यह रन पार्ट टाइम नहीं बल्कि टीम के मुख्य गेंदबाज के खिलाफ बनाए गए हैं। जैसे कल दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान श्रेयस अय्यर ने आखिरी ओवर अपने सबसे प्रमुख गेंदबाज को दिया वैसे ही विपक्षी टीम का कप्तान अपना मुख्य अस्त्र आखिरी ओवर के लिए बचा कर रखता है। लेकिन महेंद्र सिंह धोनी के सामने असाधारण गेंदबाज भी साधारण साबित हो जाता है।