अपने मजबूत गेंदबाजी आक्रमण के दम पर पिछले दोनों मैच जीतकर अपना अभियान पटरी पर लाने वाली गुजरात टाइटंस की टीम इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में शनिवार को यहां कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) की वापसी की उम्मीदों पर पानी फेरने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी। कोलकाता ने लगातार चार मैच गंवाने के बाद पिछले मैच में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) को हराकर वापसी की थी।
पिछली बार जब यह दोनों टीमें आमने सामने हुई थी तो बेहद रोमांचक मुकाबला हुआ था। राशिद खान ने हैट्रिक ली थी लेकिन रिंकू सिंह के आखिरी ओवर में लगातार 5 छक्कों ने मैच कोलकाता की झोली में गिरा दिया था।
ऐसे समय में जबकि केकेआर के कैरेबियाई धुरंधर आंद्रे रसेल और सुनील नारायण नहीं चल रहे हैं तथा नियमित कप्तान श्रेयस अय्यर चोटिल हैं, तब उसे जेसन रॉय के रूप में नया ट्रंप कार्ड मिला है।इंग्लैंड के इस सलामी बल्लेबाज ने पिछले मैच में आक्रामक अर्धशतक जड़कर केकेआर के लिए मजबूत मंच तैयार किया था जिसका फायदा उठाकर कप्तान नितीश राणा, रिंकू सिंह और डेविड वीज ने आरसीबी के खिलाफ टीम का स्कोर 201 रन पर पहुंचाया था।
आरसीबी के खिलाफ इस मैच में जीत से केकेआर 10 टीमों की अंक तालिका में सातवें स्थान पर पहुंच गया है लेकिन प्लेऑफ में जगह सुनिश्चित करने के लिए अभी उसे लंबी राह तय करनी होगी। केकेआर के अभी केवल छह अंक हैं और उसे प्लेऑफ में जगह सुनिश्चित करने के लिए बाकी बचे छह मैचों में से कम से कम पांच मैचों में जीत दर्ज करनी होगी।केकेआर के लिए हार्दिक पंड्या की अगुवाई वाली गुजरात टाइटंस की टीम से पार पाना आसान नहीं होगा जिसके पास मजबूत गेंदबाजी आक्रमण और कुशल बल्लेबाज है। गुजरात की टीम अभी सात मैचों में 10 अंक लेकर दूसरे स्थान पर है।
गुजरात के पास मोहम्मद शमी के रूप में अनुभवी तेज गेंदबाज है जबकि स्वयं हार्दिक पावर प्ले में अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं। केकेआर के बल्लेबाजों को हालांकि अफगानिस्तान के दोनों स्पिनरों राशिद खान और नूर अहमद की कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। यह दोनों स्पिनर बीच के ओवरों में विरोधी टीम के बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
बल्लेबाजी में गुजरात के पास शीर्ष क्रम में शुभमन गिल हैं जो शानदार फॉर्म में चल रहे हैं। उसके पास निचले मध्यक्रम में डेविड मिलर, अभिनव मनोहर और राहुल तेवतिया जैसे आक्रामक बल्लेबाज हैं।केकेआर के पास वरुण चक्रवर्ती और सुयश शर्मा स्पिन विभाग में अच्छी भूमिका निभा रहे हैं लेकिन अनुभवी नारायण ने पिछले 5 मैचों में एक भी विकेट नहीं लिया है।तेज गेंदबाजी विभाग में केकेआर अभी तक उचित संयोजन तैयार नहीं कर पाया है। केवल उमेश यादव ही अकेले ऐसे तेज गेंदबाज हैं जो अभी तक उसके सभी मैचों में खेले हैं। उमेश सहित उसका कोई भी तेज गेंदबाज अभी तक प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं कर पाया है जो कि केकेआर के लिए चिंता का विषय है।