IPL 2024 में चेन्नई सुपर किंग्स का इस शुक्रवार को अपने आखिरी लीग मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से हार के बाद सफर खत्म हो गया। इस मैच में धोनी ने 13 गेंद में 25 रन की आतिशी पारी खेली लेकिन यह टीम को प्लेऑफ में पहुंचाने के लिए काफी नहीं था।
जीत के लिए 219 रन का पीछा करते हुए सीएसके को फाइनल में पहुंचने के लिए 201 रन की जरूरत थी लेकिन टीम सात विकेट पर 191 रन ही बना सकी। आखिरी ओवर फाइनल में पहुंचने के लिए टीम को 17 रन की जरूरत थी। धोनी ने यश दयाल की गेंद पर इस सत्र का सबसे लंबा 110 मीटर का छक्का लगाकर चेन्नई की उम्मीदें बनाये रखी थी लेकिन वह अगली गेंद पर आउट हो गये। इसके बाद टीम चार गेंद में सिर्फ एक रन ही बना सकी।
धोनी ने मौजूदा सत्र में 220.55 की शानदार स्ट्राइक रेट से और 53.67 की औसत से 161 रन बनाये। वह इस अब तक इस आईपीएल के सबसे बड़े आकर्षण रहे है और हर मैदान में बड़ी संख्या में उनके प्रशंसक पहुंच रहे थे। ऐसा माना जा रहा है धोनी के परिकथा अंत ना हो पाने के कारण अब संभवत धोनी के आईपीएल पारी का अंत हो गया है। लेकिन ऐसा नहीं है। पिछले सत्र की तरह महेंद्र सिंह धोनी ने अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज मैथ्यू हेडन का मानना है कि करिश्माई विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने इंडियन प्रीमियर लीग में अपना आखिरी मैच खेल लिया है लेकिन वह चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के साथ किसी भूमिका में जुड़े रहेंगे।चेन्नई सुपर किंग्स के लिए आईपीएल में खेल चुके पूर्व सलामी बल्लेबाज हेडन ने कहा कि धोनी अगले सत्र में अगर सीएसके का हिस्सा या मेंटोर नहीं होंगे तो उन्हें काफी आश्चर्य होगा।
हेडन ने Star Sports के कार्यक्रम Cricket Live पर कहा, मुझे लगता है कि धोनी ने अपना आखिरी मैच खेल लिया है। ऐसा नहीं है कि हम आईपीएल में धोनी को आखिरी बार देख रहे हैं। मुझे बहुत आश्चर्य होगा अगर वह आधिकारिक क्षमता में सीएसके के परिवार का मार्गदर्शन नहीं करेंगे या उसका हिस्सा नहीं बनेंगे।उन्होंने कहा, जब आप किसी के करियर का अंत होता देख रहे होते हो तो आप यह नहीं चाहते कि उस खिलाड़ी को असफलता के साथ विदाई मिले।
उन्होंने उम्मीद जताई की इंपैक्ट प्लेयर नियम बरकरार रहेगा जिससे धोनी को टीम का हिस्सा बने रहने में आसानी होगी।रायुडू ने कहा, आप धोनी के बारे में कुछ अंदाजा नहीं लगा सकते है, वह अगले साल फिर से वापसी कर सकते है। इंपैक्ट प्लेयर नियम से उन्हें आखिरी के कुछ ओवरों में बल्लेबाजी करने का मौका मिल सकता है। बीसीसीआई को इस नियम को बनाये रखना चाहिये क्योंकि हम धोनी को खेलते देखना चाहते है। अब गेंद बीसीसीआई के पाले में है कि हम धोनी को खेलते देख सकेंगे या नहीं।