छोटे शहरों में भी पहुँचा मोबाइल गेमिंग

शनिवार, 14 जुलाई 2007 (16:21 IST)
मोबाइल गेमिंग की बढ़ती लोकप्रियता अब बड़े शहरों की सीमाएँ लाँघ छोटे शहरों की ओर बढ़ रही है। छोटे शहरों में परंपरागत खेलों के बजाय मोबाइल गेम में रुचि रखने वाले बढ़ रहे हैं।

मोबाइल गेमिंग की छोटे शहरों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गेमिंग से संबंधित कुल डाउनलोड में 70 प्रतिशत से अधिक हिस्सा बिहार, उड़ीसा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब एवं केरल जैसे राज्यों का है।

मोबाइल गेमिंग बाजार की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी नजारा टेक्नॉलॉजीस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नीतीश मित्तरसैन के अनुसार इसके पीछे मुख्य कारण छोटे शहरों के ग्राहकों को तकनीकी प्रगति से स्वयं को जोड़े रखने की भावना है।

छोटे शहरों में, जहाँ इंटरनेट की उपलब्धता कम है, वहीं मोबाइल का प्रसार व्यापक है। ऐसे में तकनीकी से ग्राहक को जोड़कर रखने में मोबाइल गेम सशक्त माध्यम के रूप में उभरे हैं।

अब मूल्यवर्धित सेवा प्रदाता भी इस प्रयास में हैं कि वे सस्ते मोबाइल गेम बाजार में उतार सकें। मोबाइल गेमिंग बाजार का वर्तमान आकार 60 करोड़ रुपए का है। गेम की कीमत, हैंडसेट की क्षमता आदि ऐसे कारक हैं, जो मोबाइल गेमिंग बाजार को प्रभावित करते हैं।

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