Uttar Pradesh News : चाइनीज मांझे ने एक नौजवान युवक की जिन्दगी की डोर काट दी। बाइक सवार युवक अपने एक साथी के साथ जा रहा था, रास्ते में पतंग का मांझा उसके गले में लिपट गया और गर्दन काट दी। उसी चाइनीज डोर से बाइक के पीछे बैठा युवक भी मांझे की चपेट में आया और उसकी नाक चोटिल हो गई। बाइक से नीचे गिरते ही दोनों घायलों को उपचार के लिए अस्पताल लाया गया जहां 21 साल के सुहेल की खून अधिक बह जाने के चलते मौत हो गई है जबकि उसके साथी का उपचार चल रहा है। वहीं मांझे से गर्दन कटे युवक का तड़पते हुए वीडियो भी वायरल हो रहा है।
थाना मेडिकल क्षेत्र में पीवीवीएस के निकट दो बाइक सवार युवक सुहेल और नवाजिश जा रहे थे। अचानक से आसमान की तरफ से चाइनीज डोर बाइक चालक सुहेल की गर्दन पर लिपट कट गई, पीछे बैठा युवक नवाजिश भी जख्मी हो गया। बाइक से नीचे गिरते ही आसपास के राहगीर मदद के लिए पहुंचे और आनन-फानन में सुहेल और नवाजिश को मेरठ मेडिकल कॉलेज में लाया गया।
21 साल के सुहेल का अधिक खून बह जाने कारण उपचार के दौरान मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही परिजन मेडिकल कॉलेज दौड़ पड़े, घर में मातम छा गया है। वहीं घटना के बाद पुलिस हरकत में आई और शहर में चाइनीज मांझे की तलाश में छापेमारी करने लगी। छापेमारी के दौरान पतंग मांझा बेचने वाले दुकान छोड़कर फरार हो गए।
मृतक सुहेल मेडिकल थाना क्षेत्र के गांव कमालपुर बड़ी मस्जिद का रहने वाला है। सोमवार की शाम वह अपने साथी नवाजिश के साथ पीवीवीएस के सामने प्लेटिना बाइक से जा रहे था। उसी दौरान अचानक चाइनीज मांझा आकर सुहेल की गर्दन में उलझ गया, बाइक की स्पीड अधिक होने की वजह से चाइनीज मांझे ने उसकी गर्दन चीर दी। चाइनीज मांझे ने उसकी गर्दन की नसें तक को काट दिया जा।
सुहेल के पीछे बैठा नवाजिश की भी नाक पर कट आया है। सुहेल को लेकर नवाजिश एम्बुलेंस से मेडिकल कॉलेज पहुंचा लेकिन डॉक्टर खून अधिक बह जाने के कारण उसे बचा नही पाए। पुलिस ने शव का पंचनामा भरते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
सुहेल की गर्दन कटने के बाद का फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें सुहेल का जमीन पर खून गिरा हुआ है और लोग उसे उठाकर ले जा रहे हैं। सुहेल को एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया है, आधा घंटे से अधिक का समय मेडिकल कॉलेज तक ले जाने में लगा, यदि उसी समय उसे प्रारंभिक उपचार मिल जाता तो उसकी जान बच सकती थी।
पुलिस ने घटना के बाद चाइनीज मांझे की ब्रिक्री पर रोकथाम लगाने के लिए पूरे मेरठ शहर में छापेमारी की तो अधिकांश खैरनगर के विक्रेता दुकानें छोड़कर भाग खड़े हुए। वहीं लोहिया नगर क्षेत्र से तीन बोरे चाइनीज मंझे के साथ तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है।
मेरठ एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया के केवल खैरनगर ही नहीं शहर के तमाम थाना क्षेत्रों में चाइनीज मांझा बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई कराई की जा रही है। किसी भी कीमत पर चाइनीज मांझे का कारोबार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। मेरठ में कब-कब चाइनीज मांझे से हुई घटनाएं...
27 सितंबर 2024 को एक महिला स्कूटी से बच्चों को ट्यूशन छोड़कर आ रही थी, रास्ते में उसकी गर्दन और अंगुली चोटिल हुई थी।
14 फरवरी 2024 को कंकरखेड़ा के साधु नगर के रहने वाले नितिन चंद्रा जिला पंचायत के कर्मचारी हैं। शाम को वह अपने साथी के साथ खरखौदा से लौट रहे थे। कुटी चौराहे के पास उनकी गर्दन में मांझा फंस गया। वह लहूलुहान हो गए। उन्हें बेगमपुल स्थित एक निजी अस्पताल में लाया गया, जहां पर डॉक्टरों को 30 टांके लगने पड़े थे।
17 दिसंबर 2022 को हापुड़ रोड पर पावरलूम फैक्टरी संचालक वाजिद पुत्र तौफिक निवासी ढवाई नगर किसी काम से जा रहा था। उसी दौरान चाइनीज डोर उसकी गर्दन से लिपट गई और गर्दन बुरी तरह कट गई।
12 फरवरी 2024 को कंकरखेड़ा के मेहंदी मोहल्ले का रहने वाला शुभम स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में एक कंपनी में कार ड्राइवर है। रविवार शाम चार बजे वह ड्यूटी खत्म कर बाइक पर सवार होकर अपने घर जा रहा था तभी रास्ते में ट्रांसपोर्ट नगर गेट के सामने उसकी गर्दन चीनी मांझे में उलझकर कट गई थी और उसकी गर्दन में 40 टांके आए।
चाइनीज मांझे से पहले भी हुई हैं मौतें...
23 सितंबर, 2021 को एनएच 58 पर बी फार्मा के 24 वर्षीय छात्र अजय की गर्दन में मांझा लिपट जाने से मौत हो गई थी।
13 अक्टूबर, 2021 को चाइनीज मांझा से गले में गहरा घाव होने से रोहता रोड पर एक मिस्त्री की मौत हो गई थी।फरवरी 2015 को बेगम बाग के गुड्डू की मौत की वजह चाइनीज मांझा ही बना है। इसी तरह एक गार्ड की भी मौत चाइनीज मांझे की वजह से हो चुकी है।
मेरठ के पूर्व सांसद ने लोकसभा में उठाया था चाइनीज मांझे का मुद्दा : मेरठ में हैट्रिक लगा चुके पूर्व सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने अपने कार्यकाल के दौरान लोकसभा के शून्यकाल में चाइनीज मांझा अथवा इसी प्रकार के हानिकारक मांझे के भंडारण, बिक्री व उपयोग पर प्रभावी प्रतिबंध लगाने और उसका उल्लंघन करने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि यह जानलेवा है और निरंतर दुर्घटनाओं का ग्राफ बढ़ रहा है।