पीड़ित राजौरी जिले के कोटरंका उप-मंडल के बदहाल गांव के : उन्होंने बताया कि पीड़ित राजौरी जिले के कोटरंका उप-मंडल के बदहाल गांव के हैं, जहां पिछले साल दिसंबर से 3 परिवारों के 16 सदस्यों की मौत हो चुकी है। इनमें सात की मौत रविवार से अब तक हुई है। अधिकारियों ने प्रभावित परिवारों के 3 घरों को सील कर दिया है जबकि उनके 21 करीबी रिश्तेदारों को कड़ी निगरानी में रखने के लिए सरकारी देखभाल केंद्र में स्थानांतरित कर दिया है।
15 वर्षीय बेटी यास्मीन कौसर की हालत गंभीर : अधिकारियों ने बताया कि मोहम्मद असलम की 15 वर्षीय बेटी यास्मीन कौसर की हालत गंभीर बनी हुई है और वह जम्मू के एसएमजीएस अस्पताल में जीवन रक्षक उपकरणों पर है। एसएमजीएस अस्पताल में भर्ती मोहम्मद असलम के 6 बच्चों में से 5 की मौत हो गई है। मुख्य सचिव अटल डुल्लू ने जम्मू में संवाददाताओं से कहा कि स्थिति पर सभी पहलुओं से नजर रखी जा रही है। इन मौतों के कारणों का पता लगाने के लिए कई स्वास्थ्य एजेंसियां पहले से ही जांच कर रही हैं।
वायरल, जीवाणु जनित या फंगल संक्रमण का कोई सबूत नहीं मिला : उन्होंने कहा कि अब तक वायरल, जीवाणु जनित या फंगल संक्रमण का कोई सबूत नहीं मिला है। कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है। किसी भी संभावित आपराधिक पहलू की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया गया है।
डुल्लू ने स्वास्थ्य आपातकाल की संभावना से इनकार करते हुए कहा कि क्षेत्र में केवल तीन परिवार ही प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने कहा कि जांचकर्ता फजल, मोहम्मद रफ़ीक और मोहम्मद असलम के परिवारों द्वारा खाए गए सभी खाद्य पदार्थों और दवाओं की जांच करेंगे और नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशालाओं में भेजा जाएगा।(भाषा)