विकास रैना ने कहा कि 'द कश्मीर फाइल्स' ने कश्मीरी पंडितों के पलायन के बारे में सच को छिपाने के लिए गढ़े गए 30 साल पुराने दुष्प्रचार को बेनकाब कर दिया। रैना के पिता अशोक कुमार रैना प्राचार्य थे और हिज्बुल मुजाहिदीन ने उनकी हत्या कर दी थी। उन्होंने कहा कि 'द कश्मीर फाइल्स' भारत की 'शिंडलर लिस्ट' है। यह हमारा सच है।
कौल ने कहा कि उनके बयानों ने मेरे जख्मों को कुरेदा है। मुझे और मेरी मां को पीड़ा हुई है। एक और कश्मीरी पंडित रवीन्द्र के पिता को आतंकवादियों ने मार डाला था और उनके शव के कई टुकड़े कर दिए थे। उन्होंने कहा कि लापिद का यह बयान शर्मनाक है। रवीन्द्र ने कहा कि मैं फिल्म को भद्दी और दुष्प्रचार वाली कहने के लिए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करता हूं। उन्हें माफी मांगनी चाहिए।(भाषा)