जम्मू। कश्मीर वैली के छात्रों को स्टार्टअप और आत्मनिर्भर बनाने हेतु तथा टूरिज्म, कृषि और सस्टेनेबल डेवलपमेंट के तहत अपने करियर और आत्मनिर्भरता को बढ़ाने हेतु एक बेहतरीन शुरुआत की गई है। ये स्टार्टअप की जानकारी के साथ ही इस स्टार्टअप योजना का लाभ कैसे लिया जाए, कैसे रजिस्ट्रेशन, फंड्स उपलब्ध हो, इस हेतु कश्मीरी युवाओं के लिए एक अवेयरनेस कार्यक्रम वर्कशॉप गांदरबल जिले के कंगन, कुलन, गांदरबल और गुंड क्षेत्र में आयोजित किए जा रहे हैं।
गांदरबल के डीसी श्यामबीर के अनुसार कश्मीर के रुरल एरिया के युवा अपने कृषि, टूरिज्म और सस्टेनेबिलिटी के माध्यम से अपनी कमाई और करियर दोनों बेहतर कर सकते हैं, साथ ही इससे घाटी के पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी। उन्होंने इस हेतु आईआईटी, इंदौर के स्टार्टअप 'स्वाहा' के सीईओ समीर शर्मा को विशेष रूप से आमंत्रित कर सहयोग लिया और शर्मा ने 4 स्कूल और कॉलेजेस में वर्कशॉप आयोजित कर कश्मीर स्टार्टअप फोरम नामक ग्रुप इन युवाओं के साथ बनाया है।
स्टार्टअप मेंटर और 'स्टार्टअप मैन' के नाम से प्रसिद्ध शर्मा ने कार्यशाला में पर्पज ऑफ लाइफ, स्टार्टअप इंडिया कार्यक्रम, डेवलपमेंट पर प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया कि सोलर ड्राइंग से सेब, सब्जियां, केले, स्ट्राबेरी को बिना किसी प्रिजर्वेटिव्स से 2 साल तक शेल्फ लाइफ दी जा सकती है और यह कश्मीर में आसानी से किया जा सकता है। यह बेहद लाभदायक बिजनेस है और इसे महिलाएं और लड़कियां अपने घर या खेत से भी संचालित कर सकती हैं। यह किसानों की आय दोगुना कर देता है।
सोलर कुकिंग हेतु कश्मीर का सोलर एक्सपोजर बेहद शानदार है और पैराबोलिक कॉन्सेंट्रेटर सोलर कुकर और फूड प्रोसेसिंग के स्टार्टअप यहां बेहद सफल होंगे। हाड्रोपॉवर, सोलर पॉवर और डोमेस्टिक विंड टर्बाइन जैसी कई नई तकनीकों हेतु युवाओं को जानकारी दी गई।
शर्मा ने बताया कि यहां के स्थानीय युवा जीरो वेस्ट टूरिज्म और वेस्ट मैनेजमेंट के लिए बेहद उत्साहित हैं और उन्होंने अमरनाथ यात्रा के दौरान इसका 45 दिनों का डिटेल प्रशिक्षण जैसे कि वेस्ट कलेक्शन, वेस्ट सेग्रिगेशन और वेस्ट प्रोसेसिंग का हैंड्स ऑन प्रशिक्षण ले लिया है और वे अब प्रसिद्ध टूरिस्ट पॉइंट्स को जीरो लैंड फिल स्पॉट्स बनाएंगे। इस हेतु जिला प्रशासन, डिपार्टमेंट ऑफ रुरल डेवलपमेंट इनकी पूरी सहायता करेगा।