हनुमान जी के 6 खास चमत्कारी मंदिर, जहां लगती है अर्जी, तुरंत होती है मनोकामना पूर्ण

WD Feature Desk

शनिवार, 12 अप्रैल 2025 (12:36 IST)
Hanuman Temple with application: भारत में हनुमानजी के यूं तो कई चमत्कारिक मंदिर है परंतु ऐसे भी कई मंदिर है जहां पर हनुमानजी के चरणों में अर्जी अर्पित करते हैं। इन मंदिरों के हनुमानजी को अर्जी वाले हनुमानजी कहते हैं। यहां पर हनुमानजी के समक्ष देश विदेश से आकर लोग अपनी अर्जी लगाते हैं। इसके लिए वे एक पर्चे में अपनी समस्या या मनोकामना लिखकर नारियल के साथ रख देते हैं। मान्यता अनुसार लोगों की अर्जी तुरंत स्वीकार करके हनुमानजी उनकी मनोकामना पूर्ण करते हैं।ALSO READ: भारत के 37 चमत्कारिक हनुमान मंदिर
 
1. चमत्कारेश्वर हनुमान मंदिर, कोटा (राजस्थान): कोटा से 15​ किलोमीटर दूर नान्ता गांव स्थित चमत्कारेश्वर हनुमान मंदिर। इस मंदिर में मंगलवार और शनिवार को भक्तों की भीड़ उमड़ती है। कहते हैं कि इस मंदिर में ​स्थापित हनुमानजी की मूर्ति चंबल ​नदी से निकली थी। यहां के पुजारी का दावा है कि यहां हनुमानजी खुद पर्चे पर लिखकर भक्तों के सवालों का जवाब देते हैं। मुख्य पुजारी एक कोरे कागज को हनुमानजी की छाती पर लगा देते हैं। कुछ देर बाद उसे निकालते हैं तो पर्चे पर सिंदुर से भक्ति के सवालों का उत्तर लिखा हुआ मिलता है। दोपहर 12 बजे तक ही यह क्रम चलता है उसके बाद नहीं। यहां आपको अर्जी लगाना पड़ती है तब पर्चा बनता है। कहते हैं कि 35 सालों से यह सिलसिला जारी है।
 
2. बालाजी हनुमान मंदिर, बागेश्वर धाम (मध्यप्रदेश): छतरपुर के पास एक गांव गढ़ा में बालाजी हनुमान का एक सिद्ध मंदिर है। बलाजी हनुमान मंदिर के सामने ही शिवजी का मंदिर है जिसे महादेव का मंदिर कहते हैं। गढ़ा स्थित बागेश्वर धाम में ही सिद्ध गुरु और दादाजी महाराज की समाधी है। गढा का यह बागेश्‍वर धाम स्थान उत्तराखंड के बागेश्वर धाम की ही शक्ति है।  बागेश्वर धाम में मंगलवार को अर्जी लगती है। अर्जी लगाने के लिए लोग लाल कपड़े में नारियल बांधकर अपनी मनोकामना बोलकर उस नारियल को यहां एक स्थान पर बांध देते हैं और मंदिर की राम नाम जाप करते हुए 21 परिक्रमा लगाते हैं।ALSO READ: राजस्थान में हैं बालाजी नाम के दो चमत्कारिक हनुमान मंदिर
 
3. केसरी नंदन हनुमान मंदिर छिंदवाड़ा (मध्यप्रदेश): छिंदवाड़ा के केसरी नंदन हनुमान मंदिर में भक्त पर्ची में अपनी मनोकामनाएं लिखकर बजरंगबली से अर्जी लगाते हैं। मान्यता है कि मंगलवार और शनिवार को यहां लगाई हुई कोई अर्जी खाली नहीं जाती. सभी मांगे पूरी हो जाती हैं। यह देश भर में अयोध्या के बाद दूसरा और प्रदेश का इकलौता दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर है. लोगों की मान्यता है कि सैकड़ों साल पहले यहां हवन कुंड के बीचो-बीच दक्षिणमुखी हनुमान जी की प्रतिमा प्रकट हुई थी. तब से ही यहां पर लोग लिखित आवेदन के जरिए अपनी अर्जी लगाते हैं।
 
4. अर्जी वाले हनुमान मंदिर, जबलपुर (मध्यप्रदेश): जबलपुर के ग्वारीघाट के पास स्थित है अर्जी वाले हनुमान जी का मंदिर। यहां हनुमान जी के दरबार में हर निम्न, मध्यम एवं उच्च हरवर्ग के लोग आते हैं. यहां अब तक 160 देशों के लोग अर्जियां भिजवा चुके हैं। मान्यता है कि अपनी समस्या से संबंधित अर्जी लगाने से यहां मनोकामना पूरी हो जाती है। यह स्थान जबलपुर स्टेशन से तकरीबन 12 किमी की दूरी पर स्थित है। ALSO READ: बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्रजी के चमत्कार की 10 बातें
 
5. अर्जी वाले हनुमान मंदिर, भोपाल (मध्यप्रदेश): भोपाल के नेहरू नगर में एक ऐसा मंदिर है जिन्हें अर्जी वाले हनुमान जी का मंदिर कहा जाता है। यह  मंदिर पूरे देश में प्रसिद्ध है। यहां पर देश-विदेश से लोग अपनी मनोकामना के लिए अर्जी लगाते हैं। 
 
6. अर्जी वाला हनुमान मंदिर, उज्जैन (मध्यप्रदेश): अर्जी वाले हनुमान जी का मंदिर उज्जैन में महाकाल मंदिर के पास स्थित है। यहां पर देश विदेश से हजारों अर्जियां लगाते हैं। यहां पर तीन अर्जी लगाने से शर्तिया मनोकामना पूर्ण हो जाती है। पहली अर्जी एक भावना की अर्जी, दूसरी अर्जी भाव की अर्जी और तीसरी अर्जी समर्पण की अर्जी होती है। इसके पीठाधीश्वर निरंजनी अखाड़े के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद पुरी जी महाराज हैं. यह मंदिर विशेषकर अपनी अर्जी लगाने की प्रथा के लिए जाना जाता है, जहां भक्त अपनी मनोकामनाएं लिखकर नारियल के साथ लाल कपड़े में भगवान को चढ़ाते हैं या व्हाट्सऐप के माध्यम से अपनी अर्जियां भेजते हैं।
 

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