दीपपर्व पर कविता : दीपों का त्योहार दिवाली

दीपों का त्योहार दिवाली,
उपहारों का मान दिवाली।


 

 
व्यापारी का व्यापार दिवाली,
आदर्शों का सम्मान दिवाली।।
 
खुशियों का है हर्ष दिवाली,
भक्तों का है फर्ज दिवाली।
 
विजय पताका फहराकर,
जब राम अयोध्या आए थे।
सारे जग के हिन्दू सारे जन,
खुशियों के दीप जलाए थे।
 
लक्ष्मीजी की आस दिवाली।
हर साल की खास दिवाली।
 
 

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