क्षमा पर हाइकू रचना...

सुशील कुमार शर्मा
हृदय धर्म 
क्षमा करना सबको
परम तप
 

 
क्षमा की आभा
पुरुषों का भूषण 
स्त्रियों की शोभा।
 
क्षमा ही धर्म 
मान को दे समृद्धि
क्षमा सत्य है।
 
विश्व सम्मान
क्षमाशील मानव 
उत्तम गति।
 
क्षमा में शांति
दंड में उल्लास
क्षमा पवित्र।
 
 
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