एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि सामान्य से अधिक वजन वाले बच्चों के पढ़ाई में कमजोर होने की आशंका अधिक होती है क्योंकि मोटापा उनके मस्तिष्क की क्षमता पर असर डाल सकता है।
न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने कहा है कि सामान्य से अधिक वजन के कारण बच्चों में रक्तचाप अधिक हो जाता है, ‘बैड कोलेस्ट्रॉल’’ का स्तर बढ़ जाता है और रक्त शर्करा को नियंत्रित करने वाले हार्मोन इन्सुलिन पर भी इसका असर पड़ता है।
‘द टेलीग्राफ’ की खबर में कहा गया है कि ऐसे बच्चे सोचने के मामले में कमजोर पाए गए।
यह अध्ययन उन 49 बच्चों पर किया गया जिनका वजन अधिक था, जिनका ‘गुड कोलेस्ट्रॉल’ कम और ‘बैड कोलेस्ट्रॉल’ अधिक था, उच्च रक्तचाप अधिक था और इन्सुलिन के लिए प्रतिरोधकता भी अधिक थी जो टाइप 2 मधुमेह का संकेत होता है।
अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि कुछ साल की इन समस्याओं के कारण मस्तिष्क में जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं। (भाषा)