बेऔलादों की भरेगी गोद, एक किट से होंगे सपने पूरे

बुधवार, 8 जून 2011 (15:38 IST)
वैज्ञानिकों ने एक सामान्य टेस्ट विकसित किया है जिससे पुरुषों की फर्टिलिटी को आसानी से जांचा जा सकता है। इस जांच से हजारों दंपति का सपना पूरा होगा जो बेऔलाद हैं। आयरलैंड में क्वींस यूनिवर्सिटी बेलफास्ट के शोधकर्ताओं ने इस टेस्ट को विकसित किया है।

इस टेस्ट के माध्यम से पुरुषों के शुक्राणु का बारीकी से परीक्षण कर यह बताया जाएगा कि किस तरह के इलाज की जरूरत है। इससे उम्मीद भरे पैरेंटों का तेज गति से इलाज संभव हो पाएगा और प्रेग्नेंसी सफल हो जाएगी । शोधकर्ताओं ने बताया कि बार-बार आईवीएफ तकनीक के असफल हो जाने से युगल भावनात्मक और वित्तीय बोझ के तले दब जाता है। यह तकनीकी युगलों की इस परेशानी को दूर कर सकती है।

शोधकर्ताओं ने बताया कि महिलाओं के फर्टिलिटी टेस्ट के लिए कई सारी किट बाजार में आ चुकी हैं लेकिन पुरुषों के लिए स्पर्मकमेट किट पहली बार आई है। स्पर्मकमेट ऐसी पहली किट है जो पुरुषों के जरूरत के हिसाब से क्लिनिक को मुहैया कराएगी। इससे पुरुष का पिता बनने का सपना पूरा होगा। प्रमुख शोधकर्ता पानोस लियोलियस ने कहा कि ज्यादातर क्लिनिकों में शुक्राणु के आकार, गति के आधार पर इसकी गुणवत्ता को परखा जाता है लेकिन स्पर्मकमेट किट से स्पर्म के छोटे-छोटे टुक़ड़े और यहां तक कि टूटे हुए डीएनए की भी जांच की जाती है।

अगर स्पर्म में उसका जेनिटिक मैटेरियल टूट जाता है तो ऐसे स्पर्म से महिलाओं में प्रेग्नेंसी नहीं हो सकती है और यदि होती भी है तो गर्भपात होने की संभावना रहती है। इसलिए जब इस जांच से यह पता चल जाएगा कि स्पर्म में डीएनए टूट रहा है तो उसका तेजी से इलाज किया जाएगा।

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