वैज्ञानिकों ने पहली बार कृत्रिम प्रोटीन बनाने का दावा किया है। नया प्रोटीन कुदरती प्रोटीन की तरह ही काम करेगा। इस नई खोज से भविष्य में नई जैविक प्रणाली के विकास और जीवित कोशिका के बनने का रास्ता खुल सकता है।
प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इसके लिए आनुवांशिक क्रम या सीक्वेंस बनाया है जिसे इससे पहले प्रकृति में कभी नहीं देखा गया था।
वैज्ञानिकों ने पाया कि इस जेनेटिक सीक्वेंस में ऐसा पदार्थ मौजूद है जो कोशिकाओ के जीवन को उसी तीव्रता से बरकार रखता जिस तरह कुदरती प्रोटीन रखता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार एक ऐसी मॉलीकुलर मशीन तैयार कर ली गई है जो जीवों के अंदर कार्य करती है। शोध का नेतृत्व करने वाले प्रोफेसर माइकल हेश का कहना है कि उनके कार्य से कोशिकाओं को जीवन देने वाले कृत्रिम जीनोम्स का निर्माण संभव हो सकेगा। (भाषा)