सबसे ज्यादा चांद के मामले में बृहस्पति के बाद शनि दूसरे पायदान पर है, जिसके 61 चांद हैं। अमेरिका कार्नेगी विज्ञान संस्थान की ओर से जारी समाचार विज्ञप्ति के मुताबिक संस्थान के स्कॉट एस शेपर्ड की अगुआई में प्लूटो से आगे विशाल ग्रह की मौजूदगी की तलाश के दौरान सौर मंडल के बाहरी हिस्सों में खगोलीय पिंडों की खोज कर रहे शोधकर्ताओं ने पिछले साल पहली बार इन चंद्रमाओं को देखा था।
इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन के माइनर प्लेनेट सेंटर के गैरेथ विलियम्स ने नए चंद्रमाओं की कक्षाओं की गणना के लिए शोधकर्ताओं के आकलनों का इस्तेमाल किया। उन्होंने बताया कि बृहस्पति के चारों तरफ कक्षा में एक पिंड के घूमने की पुष्टि के लिए कई बार अवलोकन किया गया, इसलिए पूरी प्रक्रिया में एक साल लग गया।