एसोसिएशन के सचिव वाईके शर्मा ने इंडियन बैंक, ओबीसी बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, आन्ध्रा बैंक, यूनियन बैंक, सिंडीकेट बैंक, कॉर्पोरेशन बैंक, इलाहाबाद बैंक, केनरा बैंक सहित 10 बैंकों के बड़े बैंकों में विलय को आमजन के हितों के खिलाफ बताते हुए कहा कि बड़े बैंक छोटे उद्यमियों पर ध्यान नहीं देंगे।
उन्होंने कहा कि बड़े बैंक बड़े ऋण देंगी, जो कि औद्योगिक घरानों को दिए जाएंगे एवं बड़ी राशि का ऋण खराब होने से बैंकों के दिवालिया होने की सभावनाएं बढ़ेंगी। शर्मा ने बताया कि इस विलय के विरोध में देश के 4 लाख बैंककर्मी हड़ताल पर रहे। इस दौरान बैंककर्मियों ने प्रदर्शन किया तथा ज्ञापन दिया।