नई दिल्ली। अमेरिकी शॉर्ट सेलर डिंडनबर्ग द्वारा जारी शेयरों में गड़बड़ी और लेखा धोखाधड़ी में संबंधी रिपोर्ट पर अडाणी ग्रुप दुनिया को अपनी बात समझाने में विफल नजर आ रहा है। उसे लगातार बड़े झटके लग रहे हैं। अडाणी एंटरप्राइजेज द्वारा 20 हजार करोड़ रुपए के अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (FPO) वापस लेने और निवेशकों का पैसा लौटाने की घोषणा के बाद भी बवाल नहीं थमा। अमेरिकी शेयर बाजार में भी अडाणी ग्रुप को उस समय बड़ा झटका लगा जब उसकी सभी कंपनियों को Dow Jones ने लिस्ट से हटा दिया। बहरहाल बेहतर रिटर्न की आस में अडाणी ग्रुप पर भरोसा करने वाले निवेशकों की सांसें भी अब फूलने लगी है।
कंपनी के एफपीओ को मंगलवार को पूर्ण अभिदान मिल गया था। समझा जाता है कि अडाणी एंटरप्राइजेज ने यह कदम अमेरिका की शॉर्टसेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद उठाया है। बहरहाल पूरे अडाणी ग्रुप की मुश्किलें थमने का नाम ही नहीं ले रही है।
स्विटजरलैंड के ऋणदाता क्रेडिट स्विस ने बुधवार को मार्जिन कर्ज देने के लिए अडाणी समूह की कंपनियों के बॉन्ड को गारंटी के रूप में स्वीकार करना बंद कर दिया था। इसके बाद डाओ जोंस के कदम को अडाणी ग्रुप के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। विविध क्षेत्रों में काम करने वाले समूह को पिछले एक हफ्ते से मुश्किल हालात का सामना करना पड़ रहा है। बांग्लादेश सरकार ने भी अडाणी ग्रुप के साथ एनर्जी सेक्टर में डील में संशोधन की मांग की है।
अडाणी के शेयरों में गिरावट का दौर जारी : इसके बाद आज भी भारतीय शेयर बाजारों में अडाणी के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर आज 35% गिर गया। कंपनी के शेयरों में पिछले 9 दिन में 70% की गिरावट आई है।
टॉप 20 अमीरों की लिस्ट से बाहर : अडाणी ग्रुप के प्रमुख गौतम अडाणी दुनिया के टॉप 20 अमीरों की लिस्ट से बाहर हो गए। उनकी संपत्ति तेजी से गिर रही है। सोमवार को नेटवर्थ 92.7 अरब डॉलर रह गई।
अडाणी समूह की कंपनियों की रेटिंग पर असर नहीं : फिच रेटिंग्स ने कहा कि अडाणी समूह पर कदाचार का आरोप लगाने वाली शॉर्ट सेलर की रिपोर्ट की पृष्ठभूमि में अडाणी समूह की कंपनियों और उनकी प्रतिभूतियों की रेटिंग पर तत्काल कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि उसे उम्मीद है कि उसके पूर्वानुमानित नकदी प्रवाह में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा।
पासपोर्ट रद्द करने की मांग : वरिष्ठ आप नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने अडाणी समूह के अधिकारियों और उसके मालिक गौतम अडाणी का पासपोर्ट जब्त कर संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रवर्तन निदेशालय (ED) और सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) को पत्र भी लिखा है।
संसद में हंगामा : कांग्रेस और 15 अन्य विपक्षी दलों के नेताओं अडाणी समूह के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों से जुड़े मामले पर चर्चा और जांच की मांग करते हुए शुक्रवार को भी हंगामा किया। हंगामे की वजह से संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही आज भी प्रभावित हु्ई। गुरुवार को भी इस मामले पर हुए हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी।
रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों से मांग ब्यौरा : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सभी बैंकों से अडाणी समूह (Adani Group) को दिए गए कर्ज का ब्योरा मांगा है। आरबीआई नियमित रूप से बैंकों के बड़े कॉर्पोरेट उधारकर्ताओं का ब्योरा लेता है। कई बार बैंक गिरवी रखी गई प्रतिभूतियों के बदले उधार देते हैं। अडाणी समूह की 10 सूचीबद्ध कंपनियों के इक्विटी शेयरों की कीमत में भारी गिरावट के चलते गिरवी रखी गई प्रतिभूतियों की कीमत भी घट सकती है।