सिन्हा ने बातचीत में कहा कि बीएसएनएल के प्रदर्शन में पिछले तीन वर्षों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। दो वर्ष पूर्व उसने 600 करोड़ रुपए का परिचालन लाभ अर्जित किया था और वर्ष 2015-16 में यह बढ़कर 3,800 करोड़ रुपए पर पहुंच गया और वर्ष 2016-17 में यह 4,000 करोड़ रुपए हो जाएगा। निजी क्षेत्र से मिल रही कड़ी टक्कर के बावजूद वह परिचालन लाभ अर्जित कर रही है।
उन्होंने कहा कि बीएसएनएल अब आईसीयू से निकलकर जनरल वार्ड में आ गई है और जल्द ही फर्राटा भरने लगेगी। संचार मंत्री ने कहा कि बीएसएनएल के ग्राहकों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है और उसकी बाजार हिस्सेदारी भी बढ़ी है। बीएसएनएल सिर्फ मुनाफे के लिए काम नहीं करती बल्कि सामाजिक दायित्व भी निभाती है। वह ऐसी जगहों पर भी सेवाएं देती हैं, जहां उसे लाभ नहीं होने वाला है।