नोमुरा ने कहा कि देश का चालू खाते का घाटा 2016 में जीडीपी का 0.6 प्रतिशत रहा जो 2017 में बढ़कर 1.5 प्रतिशत हो जाएगा, लेकिन शुद्ध पूंजी निवेश के इस घाटे से अधिक रहने की संभावना है। उसने कहा कि दूसरी तिमाही में कैड के अधिक रहने तथा जुलाई-अगस्त में व्यापार घाटा में वृद्धि होने से पता चलता है कि इस साल कैड में काफी बढ़ोतरी होगी।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-जून तिमाही में शुद्ध प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) 7.2 अरब डॉलर रहा था जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की तुलना में दोगुना था। इस दौरान शुद्ध पोर्टफोलियो निवेश भी 12.5 अरब डॉलर रहा था। (भाषा)