केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा गुरुवार को चालू वित्त वर्ष के अप्रैल जून तिमाही के जीडीपी के आंकड़े जारी किए जाने के बाद जेटली ने कहा कि विनिर्माण गतिविधियों में गिरावट इसका सबसे बड़ा कारक है। उन्होंने कहा कि आने वाली तिमाहियों में नीति एवं निवेश दोनों स्तर पर काम करना होगा ताकि जीडीपी के आंकड़ों में सुधार हो।
उन्होंने कहा कि सेवा क्षेत्र में सुधार और विनिर्माण में गिरावट मुख्यत: वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की वजह से हुआ है। अधिकांश विनिर्माताओं ने भंडारण कम कर दिया, जिससे विक्री बढ़ गई और भंडारण भी लगभग समाप्त हो गया।