नई दिल्ली। विदेशी बाजारों में रही गिरावट के बीच स्थानीय स्तर पर जेवराती मांग कमजोर पड़ने से बुधवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 300 रुपए लुढ़ककर 30,000 रुपए के आकंड़े से नीचे 29,750 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया। औद्योगिक मांग घटने से चांदी भी 880 रुपए का गोता लगाती हुई 39,300 रुपए प्रति किलोग्राम बोली गई।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोना हाजिर 1.60 डॉलर की गिरावट में 1,269.85 डॉलर प्रति औंस पर रहा। इसी तरह दिसंबर का अमेरिकी सोना वायदा भी 4.1 डॉलर की गिरावट में 1,275.60 डॉलर प्रति औंस बोला गया। चांदी हाजिर, हालांकि 0.03 डॉलर की तेजी में 16.65 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई।
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच तनाव कम होते देख अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निवेशकों की मुनाफावसूली से सोने की कीमतों पर दबाव पड़ा है।
अमेरिका की खुदरा बिक्री के मजबूत आंकड़े के कारण फेडरल रिजर्व द्वारा इस साल एक बार और ब्याज दर बढ़ाए जाने की संभावना को बल मिला है जिससे दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर ने बुधवार को छलांग लगाई है और पीली धातु दबाव में आ गई है। निवेशक फिलहाल फेडरल रिजर्व की गत जुलाई में हुई बैठक के विवरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रही गिरावट के बीच स्थानीय जेवराती मांग सुस्त रहने से सोना स्टैंडर्ड 300 रुपए फिसलकर 29,750 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया। सोना बिटुर भी गत दिवस इतनी ही गिरावट के साथ 29,600 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बोला गया। 8 ग्राम वाली गिन्नी हालांकि 24,500 रुपए के भाव पर टिकी रही।
वैश्विक गिरावट के बीच सिक्का निर्माताओं की ओर से उठान में आई कमी से चांदी हाजिर 800 रुपए फिसलकर 39,300 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गई। भविष्य में मांग में सुधार न होने की आशंका में चांदी वायदा भी 880 रुपए का गोता लगाकर 38,370 रुपए प्रति किलोग्राम बोली गई।
चांदी की चमक फीकी पड़ने का असर सिक्कों पर भी देखा गया। सुस्त मांग से सिक्का लिवाली और बिकवाली में भी एक-एक हजार रुपए की गिरावट रही और ये क्रमश: 72 हजार तथा 73 हजार रुपए प्रति सैकड़ा बिके। (वार्ता)