राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को सोने की कीमत 50 रुपए बढ़कर 96,450 रुपए प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गई। सोमवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 50 रुपए गिरकर 96,400 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। देश में अक्षय तृतीया पर सोने की खरीदी होती है। अक्षय तृतीया 30 अप्रैल को है) के अवसर पर सोने की कीमतें 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर सकती हैं।
वैश्विक स्तर पर भी बढ़े दाम
99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 50 रुपए बढ़कर 96,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया, जबकि इसका पिछला बंद भाव 95,950 रुपए प्रति 10 ग्राम था। वैश्विक स्तर पर, हाजिर सोना 13.67 डॉलर या 0.43 प्रतिशत बढ़कर 3,224.60 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया।
अबन्स फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) चिंतन मेहता ने कहा कि डॉलर के कमजोर होने और अमेरिकी व्यापार नीति को लेकर लगातार अनिश्चितता के कारण सोने की कीमतें अब तक के उच्चतम स्तर के करीब स्थिर बनी हुई हैं।
मेहता ने कहा कि बुधवार को अमेरिकी फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पावेल की आगामी प्रेस कॉन्फ्रेंस पर निवेशकों का ध्यान रहेगा, क्योंकि निवेशक इस बात के संकेत चाहते हैं कि अगर व्यापार तनाव बढ़ता है या आर्थिक स्थिति कमजोर होती है तो केंद्रीय बैंक क्या प्रतिक्रिया दे सकता है।
ट्रेड वॉर का असर, निवेशकों का रुझान
Goldman Sachs की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सोने की कीमतें 2025 के अंत तक 4,500 डॉलर प्रति आउंस तक पहुंच सकती हैं। जो भारतीय बाजार में लगभग 1,36,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के बराबर होगी। इसके पीछे मुख्य वजह अमेरिका और चीन के बीच बढ़ता ट्रेड वॉर और वैश्विक मंदी की आशंका बताई जा रही है। पिछले हफ्ते ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) पहली बार 3,200 डॉलर प्रति आउंस के स्तर को पार कर गया। रिपोर्ट के मुताबिक यह दर और बढ़कर 3,245.69 डॉलर प्रति आउंस तक पहुंच गई है। फिजिकल गोल्ड और एक्सचेंज ट्रेड में बढ़ती मांग के कारण निवेशकों का रुझान एक बार फिर से सोने की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है।
अब आगे क्या
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक-जिंस सौमिल गांधी के अनुसार, कारोबारी अब मंगलवार को जारी होने वाले एनवाई एम्पायर स्टेट मैन्युफैक्चरिंग इंडेक्स सहित अमेरिका के वृहद आर्थिक आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं। इसके अलावा, बाजार सहभागियों को अधिक जानकारी के लिए फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) के सदस्य थॉमस बार्किन और यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) की अध्यक्ष क्रिस्टीन लेगार्ड के संबोधन का भी इंतजार रहेगा। गांधी ने कहा कि हालांकि, मुख्य ध्यान शुल्क से संबंधित घटनाक्रमों पर बना हुआ है, जो सर्राफा की कीमतों को प्रभावित कर सकता है।
ताजा औद्योगिक मांग के कारण चांदी की कीमत 2,500 रुपए बढ़कर 97,500 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई। सोमवार को चांदी 500 रुपए की गिरावट के साथ 95,000 रुपए प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। एशियाई बाजार में हाजिर चांदी मामूली रूप से गिरकर 32.32 डॉलर प्रति औंस रह गई। इनपुट भाषा Edited by: Sudhir Sharma