ब्रोकरेज फर्म ने पहले कहा था कि 3 सप्ताह के लॉकडाउन में 120 अरब अमेरिकी डॉलर का आर्थिक नुकसान होने की आशंका है जिसके अब बढ़कर 234.4 अरब अमेरिकी डॉलर तक का होने का अनुमान है। इससे पहले उम्मीद की जा रही थी कि भारत कैलेंडर वर्ष 2020 में ढाई प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करेगा जिसे अब घटाकर शून्य कर दिया गया है।
दूसरी ओर वित्त वर्ष 2020-21 में पहले 3.5 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया गया था जिसे अब घटाकर 0.8 प्रतिशत कर दिया गया है। टिप्पणी में कहा गया है कि विशेष रूप से खनन, कृषि, विनिर्माण और उपयोगिता क्षेत्रों पर अनुमान से अधिक नकारात्मक असर देखने को मिलेगा। (भाषा)