भारतीय जीवन बीमा निगम ने एक सार्वजनिक नोटिस में कहा, 'हमारा ध्यान सोशल मीडिया में आए कुछ संदेश की ओर गया है। इसमें हमारा प्रतीक चिन्ह और लोगो का उपयोग कर पॉलिसीधारकों से एसएमएस भेजकर आधार से पॉलिसी को जोड़ने को कहा गया है। कंपनी के अनुसार उसने ऐसा कोई संदेश नहीं भेजा है।'
एलआईसी के अनुसार, 'साथ ही एसएमएस के जरिये आधार संख्या को पालिसी से जोड़ने की कोई सुविधा नहीं है।' बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) ने कहा है कि आधार संख्या को बीमा पॉलिसी से जोड़ना अनिवार्य है। नियामक ने बीमा कंपनियों से सांविधिक नियमों का अनुपालन करने को कहा है।