रेलमंत्री पीयूष गोयल ने हिंदुस्तान लीडरशिप समिट में कहा कि पिछले 15 साल के दौरान रुपए का यह सबसे अच्छा दौर है। अत: इस मामले में परेशान होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले 5 सालों में रुपए के मूल्य में में सिर्फ 7 फीसदी की गिरावट आई है। रुपए के लिए यह सबसे अच्छा समय है। इसे रुपए का सुनहरा दौर भी कह सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि आज यानी शुक्रवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 74 (74.13) के पार पहुंच गया। हालांकि बाद में 74 से नीचे आ गया। दूसरी ओर रुपए में भारी गिरावट के बाद भी रिजर्व बैंक ने अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। दूसरी ओर जानकारों का अनुमान है कि रुपया निकट भविष्य में 75 के पार पहुंच सकता है।
गुप्ता ने यहां कहा कि रुपए की कीमत 74 रुपए प्रति डॉलर के पार हो गई है और मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए इसमें और गिरावट से इंकार नहीं किया जा सकता क्योंकि भारत के अल्पावधि विदेशी ऋण में लगातार वृद्धि हो रही है। भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा के तुरंत बाद मुद्रा बाजार में रुपए की कीमत में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई। वर्ष 2018 में डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमतों में 18 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है।