नई दिल्ली। वैश्विक मीडिया कंपनी वॉल्ट डिज्नी और उद्योगपति मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बुधवार को भारत में अपने मीडिया परिचालन का विलय करने की घोषणा की। इस विलय से 70,000 करोड़ रुपये की बड़ी मीडिया कंपनी अस्तित्व में आएगी।
सौदा सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद बनी कंपनी भारतीय मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में सबसे बड़ी होगी। इसके पास कई भाषाओं में 100 से अधिक चैनल, दो प्रमुख ओटीटी मंच और देश भर में 75 करोड़ करोड़ दर्शक होंगे।
कंपनियों ने एक संयुक्त बयान में कहा, 'सौदे के तहत वायाकॉम18 के मीडिया उपक्रम को अदालत से मंजूरी प्राप्त व्यवस्था के जरिए स्टार इंडिया में विलय कर दिया जाएगा।'
संयुक्त इकाई में रिलायंस और उसकी सहायक इकाइयों की हिस्सेदारी 63.16 प्रतिशत होगी। दूसरी ओर डिज्नी के पास बाकी 36.84 प्रतिशत हिस्सेदारी रहेगी। रिलायंस ने ओटीटी कारोबार को बढ़ाने के लिए संयुक्त उद्यम में लगभग 11,500 करोड़ रुपए का निवेश करने पर भी सहमति जताई है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी संयुक्त कंपनी की चेयरपर्सन बनेंगी, जबकि उदय शंकर वाइस चेयरपर्सन होंगे।
बयान में कहा गया कि विलय के पूरा होने के बाद संयुक्त उद्यम को आरआईएल नियंत्रित करेगी। संयुक्त इकाई में आरआईएल के पास 16.34 प्रतिशत, वायाकॉम18 के पास 46.82 प्रतिशत और डिज्नी के पास 36.84 प्रतिशत स्वामित्व होगा।
इसके अलावा, डिज्नी संयुक्त उद्यम में कुछ अतिरिक्त मीडिया परिसंपत्तियों का विलय भी कर सकती है। हालांकि, यह कदम नियामकीय और तीसरे पक्ष की मंजूरी के अधीन होगा।
बयान के मुताबिक, 'संयुक्त उद्यम भारत में मनोरंजन और खेल सामग्री के लिए अग्रणी टीवी और डिजिटल स्ट्रीमिंग मंचों में एक होगा। यह कदम मनोरंजन (जैसे कलर्स, स्टारप्लस, स्टारगोल्ड) और खेल (जैसे स्टार स्पोर्ट्स और स्पोर्ट्स18) सहित लोकप्रिय मीडिया परिसंपत्तियों को एक साथ लाएगा। इसमें जियोसिनेमा और हॉटस्टार जैसे डिजिटल मंच भी शामिल होंगे।'
संयुक्त इकाई के पास पूरे भारत में 75 करोड़ से अधिक दर्शक होंगे और यह दुनिया भर में भारतीय प्रवासियों की जरूरतों को भी पूरा करेगा।
संयुक्त इकाई को 30,000 से अधिक डिज्नी सामग्री परिसंपत्तियों के लाइसेंस के साथ भारत में डिज्नी बैनर के तहत बनी फिल्मों और कार्यक्रमों को प्रसारित करने का विशेष अधिकार दिया जाएगा।
मुकेश अंबानी ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक समझौता है। यह भारतीय मनोरंजन उद्योग में एक नए युग की शुरुआत है। उन्होंने रिलायंस समूह के प्रमुख भागीदार के रूप में डिज्नी का स्वागत किया।
उन्होंने कहा, 'हमने हमेशा डिज्नी को विश्व स्तर पर सर्वश्रेष्ठ मीडिया समूह के रूप में सम्मान दिया है और हम इस रणनीतिक संयुक्त उद्यम से बहुत उत्साहित हैं...।
वॉल्ट डिज्नी कंपनी के सीईओ बॉब इगर ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला बाजार है और वह संयुक्त उद्यम कंपनी को लेकर उत्साहित हैं।
उन्होंने कहा, 'रिलायंस को भारतीय बाजार और उपभोक्ताओं की गहरी समझ है और हम मिलकर देश की अग्रणी मीडिया कंपनियों में जगह बनाएंगे। हम डिजिटल सेवाओं, मनोरंजन और खेल सामग्री के व्यापक पोर्टफोलियो के साथ उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा दे सकेंगे।'
इस सौदे के लिए नियामकों, शेयरधारकों और अन्य संबंधित पक्षों की मंजूरियां ली जानी हैं। सौदा 2024 की आखिरी तिमाही या 2025 की पहली तिमाही में पूरा होने की उम्मीद है।