इसके अनुसार बढ़ती उपभोक्ता मांग, बदलते कारोबारी मॉडल को देखते हुए इस उद्योग को खुद को पूरी तरह अलग श्रमबल के लिए तैयार करना होगा। सिर्फ मीडिया व मनोरंजन उद्योग को ही अगले 5 सालों के दौरान हर साल लगभग 1.4 लाख से 1.6 लाख रोजगार के लिए प्रशिक्षित लोगों की जरूरत होगी।