गणितीय योजना से सचिन पर लगाई लगाम

सोमवार, 22 अगस्त 2011 (01:29 IST)
गणितीय योजना और आधुनिक प्रौद्योगिकी के दम पर इंग्लैंड वर्तमान टेस्ट श्रृंखला में सचिन तेंडुलकर के बल्ले पर अंकुश लगाने में सफल रहा है। यहां एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।

इंग्लैंड ने तेंडुलकर के लिए उनकी पारी के शुरू में ही ऑफ स्टंप के बाहर गेंदबाजी करने और उसी हिसाब से क्षेत्ररक्षण सजाने की योजना बनाई थी। टीम के विश्लेषक नाथन लीमन ने कम्प्यूटर में इसके लिए नमूना तैयार किया था।

लीमन ने एक ब्रिटिश समाचार पत्र से कहा कि हमने पिचों और उन 22 खिलाड़ियों के लिए नमूना योजना तैयार की थी जो खेल सकते हैं। इसमें कई बार मैच खेला जाता है और उससे हमें संभावित परिणामों के बारे में पता चलता रहता है।

इंग्लैंड का मानना था कि तेंडुलकर शुरू में अपने अधिकतर रन ऑन साइड में बनाते हैं और इसलिए उन्होंने उनके लिए ऐसी योजना बनाई, जिससे वह ऑन साइड में रन नहीं बना पाएं।

तेंडुलकर को एजबस्टन टेस्ट तक इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों ने जो 261 गेंद की थी, उनमें से 254 ऑफ स्टंप से बाहर की गई। केवल छह गेंद स्टंप की लाइन में थी जबकि केवल एक गेंद लेग स्टंप से बाहर की गई।

दुनिया में सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय रन बनाने वाले तेंडुलकर को अपने 100वें अंतरराष्ट्रीय शतक का इंतजार है लेकिन अभी तक वह सात पारियों में केवल 34, 12, 16, 56, 1, 40 और 23 रन ही बना पाएं हैं। उन्होंने अब तक श्रृंखला में 26.00 की औसत से 182 रन बनाए हैं।

भारतीय टीम के सूत्रों के अनुसार तेंडुलकर ने एजबेस्टन में तीसरे टेस्ट मैच के दौरान इंग्लैंड की रणनीति पर काम किया था। तेंडुलकर का लगा कि वह अपने शरीर से काफी बाहर जाती गेंदों को खेल रहे हैं।

वह जो स्ट्रोक लगा रहे हैं वे कवर पर खड़े क्षेत्ररक्षक के बायीं तरफ जा रहे हैं जिसका मतलब था कि वह अपने शरीर से बाहर की गेंद खेल रहे थे। वह स्लिप में कैच देकर और पगबाधा आउट हुए क्योंकि उनका सिर आफ स्टंप से बाहर की लाइन में जा रहा था।

इंग्लैंड की इस रणनीति से बचने के लिए उन्होंने एजबेस्टन में दूसरी पारी में मिडिल और लेग स्टंप का गार्ड लिया था और वह क्रीज से बाहर खड़े रहे। इससे उनके ऑफ स्टंप और ऑफ साइड के अधिकतर स्ट्रोक कवर पर खड़े क्षेत्ररक्षक की दायीं तरफ से गए।

इंग्लैंड ने इसके बाद तेंडुलकर को रोकने के लिए नई रणनीति अपनाई और विकेटकीपर मैट प्रायर उन्हें वापस क्रीज पर लाने के लिए जेम्स एंडरसन के सामने भी विकेट से चिपककर विकेटकीपिंग करने लगे।

एंडी फ्लावर ने 2009 में इंग्लैंड का कोच बनने के लिए 39 वर्षीय लीमन को टीम से जोड़ा था। वह क्वालीफाइड क्रिकेट कोच भी हैं। (भाषा)

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