हताश भारत को अब चमत्कार की आस

गुरुवार, 8 सितम्बर 2011 (14:36 IST)
खिलाड़ियों की चोट और खराब ॉर्म से बुरी तरह त्रस्त भारतीय क्रिकेट टीम को इंग्लैंड के खिलाफ हार का क्रम तोड़ने के लिए कल होने वाले तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में चमत्कारिक प्रदर्शन करना होगा।

भारतीय टीम के लिए अब तक यह दौरा बेहद निराशाजनक रहा है। टेस्ट श्रृंखला में 0-4 से पिटने और ट्वेंटी-20 मैच के बाद एकदिवसीय श्रृंखला में भी 0-1 से पिछड़ने के बाद अब महेंद्र सिंह धोनी और उनकी टीम प्रतिष्ठा की जंग लड़ रही है।

भारत को इंग्लैंड के खिलाफ अब भी पहली जीत का इंतजार है लेकिन चोटों और फॉर्म के कारण उसकी स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। भारतीय गेंदबाजी इस समय काफी कमजोर दिख रही है और सच्चाई यह है कि इंग्लैंड इस तरह के आक्रमण के सामने किसी भी लक्ष्य का हासिल कर सकता है।

धोनी मंगलवार को रोस बाउल में खेले गए दूसरे वनडे के बाद अपने आक्रमण को लेकर काफी चिंतित थे। उन्होंने कहा, ‘यदि गेंद स्विंग नहीं करती तो हमें जूझना होगा। हमारे अधिकतर गेंदबाज 120-130 किमी की गति से गेंद करते हैं और ऐसे में मुश्किल बढ़ जाती हैं।’

धोनी के लिए आगे भी अच्छी खबर नहीं है क्योंकि ओवल की पिच में किसी तरह का मूवमेंट मिलने की संभावना नहीं है। इसके बजाय उसमें अच्छी उछाल होगी और इस तरह की पिचें इंग्लैंड के गेंदबाजों को अधिक भाती है। यदि पिच से मूवमेंट नहीं मिलता है तो भारतीय गेंदबाज इंग्लैंड के फॉर्म में चल रहे बल्लेबाजों के लिए अच्छा शिकार हो सकते हैं। (भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें