उल्लेखनीय है कि इंग्लैंड में हुए विश्व कप के लिए रायुडू को टीम इंडिया में नहीं चुना गया था। शिखर धवन के चोटिल होने के बाद भी उन्हें बैक-अप के तौर पर भी नहीं चुना गया। इस बात है नाराज होकर उन्होंने क्रिकेट से अलविदा कह दिया था। हालांकि 2 महीने बाद ही अपने निर्णय से पलटकर वह हैदराबाद के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने लग गए थे। हालांकि राजनीति में जाने के बाद उन्हें कई बार यू टर्न लेना पड़ सकता है क्योंकि यह पिच ही ऐसी है।