पाकिस्तान में दानिश कनेरिया नहीं बन सकते कोच, हाईकोर्ट ने लगाई रोक

Webdunia
गुरुवार, 13 जनवरी 2022 (14:49 IST)
सिंध:पाकिस्तानी स्पिनर दानिश कनेरिया को मेन स्ट्रीम क्रिकेट में वापसी के अपने प्रयास में एक बड़ा झटका लगा है, क्योंकि सिंध उच्च न्यायालय ने घरेलू क्रिकेट या 20-20 लीग में कोच की क्षमता में काम करने की उनकी अपील को खारिज कर दिया है।

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के मुख्य कानूनी अधिकारी तफजुल रिजवी ने बुधवार को क्रिकबज को बताया, “ हां हमने केस जीत लिया है और कनेरिया की याचिका को सिंध हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की बेंच ने खारिज कर दिया है। ” समझा जाता है कि कनेरिया की अपील का विरोध करते हुए रिजवी ने दलील दी थी कि जब तक इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) उन्हें मंजूरी नहीं देता, पीसीबी उन्हें सिस्टम में आने की अनुमति नहीं दे सकता।

पीसीबी ने अदालत में दलील दी कि आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधी संहिता के अनुच्छेद 6.5 के अनुसार, वह अपने अधिकार क्षेत्र के तहत क्रिकेट के सभी प्रारूपों में ईसीबी के फैसले को लागू करने के लिए बाध्य है। समझा जाता है कि अब फैसले को पलटने के लिए कनेरिया को ईसीबी में अपील करनी होगी या ब्रिटेन की अदालत में याचिका दायर करनी होगी। कनेरिया ने इस मामले में फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

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उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के 41 वर्षीय स्पिनर दानिश, जिन्होंने 61 टेस्ट और 18 वनडे मैच खेले हैं, को 2012 में ईसीबी ने स्पॉट फिक्सिंग मामले में दोषी पाए जाने के बाद आजीवन प्रतिबंधित कर दिया था, जिसे सिंध उच्च न्यायालय ने अपने फैसले में उल्लेखित किया। कनेरिया के वकील असद इफ्तिखार ने कहा कि उनके मुवक्किल कभी स्पॉट फिक्सिंग में शामिल नहीं थे। हां उन्होंने एक बैठक जरूर करवाई थी, जिसे उन्होंने कबूल कर लिया है।

वह लंबे समय से पीसीबी से मदद की गुहार लगा रहे हैं। कनेरिया पाकिस्तान की तरफ से खेलने वाले केवल दूसरे हिंदू खिलाड़ी हैं। उनसे पहले उनके मामा अनिल दलपत ने भी पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया था।

दलपत ने 61 टेस्ट में 34.79 की औसत से 261 विकेट लिए है। दलपत दानिश कनेरिया के मामा थे। कनेरिया को हालाँकि साल 2000 से 2010 के बीच सिर्फ 18 एकदिवसीय मैच खेलने का मौका मिला।

हिंदू होने के कारण नहीं मिला ज्यादा मौका, अख्तर और अफरीदी पर लगाया था आरोप

दानिश कनेरिया ने 2005-06 भारत दौरे पर पाकिस्तान की जीत में एक अहम भूमिका निभाई थी। हालांकि उन्होंने कई बार यह कहा कि हिंदू होने के कारण उन्हें अधिक मौके नहीं दिए।

उन्होंने पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी पर इस ही कारण वनडे में ज्यादा मौके ना देने का आरोप लगाया था। इसके अलावा शोएब अख्तर ने भी यह बात कुबुली थी।

ऐसा रहा करियर

राइट आर्म लेगब्रेक गेंदबाज दानिश कनेरिया ने टेस्ट क्रिकेट में 261 विकेट झटके जो अब्दुल कादिर से 25 विकेट ज्यादा हैं। वसीम अकरम, वकार यूनिस और इमरान खान के बाद वे पाकिस्तान की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले चौथे टेस्ट गेंदबाज हैं।

दानिश कनेरिया ने 61 टेस्ट मैच खेले जबकि 19 वनडे मैच। उन्होंने पहला टेस्ट 29 नवम्बर 2000 को इंग्लैंड के खिलाफ खेला और आखिरी टेस्ट भी इसी देश के खिलाफ 29 जुलाई 2010 में खेला।

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