मिशेल यह पुरस्कार जीतने वाले न्यूजीलैंड के चौथे खिलाड़ी हैं। उनसे पहले डेनियल विटोरी, ब्रैंडन मैकुलम और केन विलियमसन यह पुरस्कार जीत चुके हैं।मिशेल ने कहा, आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) स्पिरिट ऑफ क्रिकेट पुरस्कार जीतना एक सम्मान की बात है।
उन्होंने कहा, संयुक्त अरब अमीरात में टी20 विश्व कप का हिस्सा बनना शानदार अनुभव था और पुरस्कार जीतना काफी अच्छा है। उन्होंने कहा, न्यूजीलैंड के खिलाड़ी होने के नाते हम खुद पर गर्व महसूस करते हैं कि हम अपना क्रिकेट किस तरह से खेलते हैं और हां, स्पिरिट ऑफ क्रिकेट टीम।
मिशेल ने कहा, व्यक्तिगत तौर पर मुझे महसूस हुआ कि मैं गेंदबाज के रास्ते में आ गया था और हम अपनी शर्तों पर जीत हासिल करना चाहते थे। हम इतने बड़े मैच में विवाद नहीं बनाना चाहते थे। इसका फायदा हुआ और हम मैच जीत गये। पीछे मुड़कर देखता हूं तो यह घटना काफी अचानक से हो गयी थी।
ऐसे दिखाई थी खेल भावना
यह घटना मैच के 18वें ओवर में आदिल राशिद की पहली गेंद पर हुई थी तब टीम का स्कोर चार विकेट पर 133 रन था और जेम्स नीशाम स्ट्राइक पर थे। नीशाम ने मैदान पर गेंद स्मैश की और यहां आराम से एक रन लिया जा सकता था लेकिन नॉन स्ट्राइकर छोर पर खड़े मिशेल ने इस दबाव वाले मुकाबले में यह रन लेने से इनकार कर दिया क्योंकि उन्होंने राशिद के रास्ते में बाधा डाल दी थी।
उन्होंने कहा, हम यह खेल इसलिये खेलते हैं क्योंकि हम इसे पसंद करते हैं। हां, हम ज्यादा से ज्यादा मैच जीतना चाहते हैं लेकिन हम क्रिकेट की खेल भावना के खिलाफ जाकर इसमें जीत दर्ज नहीं करना चाहते। खेल भावना काफी ज्यादा अहम है। यह भविष्य में बच्चों के लिये मंच तैयार करता है, जो सही तरह से खेल भावना के अंदर खेल खेलेंगे।