पुणे: भारत गुरुवार को यहां दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय में श्रीलंका को हराकर तीन मैच की श्रृंखला जीतने के इरादे से उतरेगा तो नजरें शुभमन गिल के पावर प्ले में प्रदर्शन पर भी टिकी होंगी जो तेजी से रन जुटाकर सलामी बल्लेबाज के रूप में अपना दावा मजबूत करना चाहेंगे।सलामी बल्लेबाज के स्थान के लिए गिल के निकटतम प्रतिद्वंद्वी रुतुराज गायकवाड़ हैं और वह अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे जिससे कि मौके उनकी झोली में ही आएं।
भारत वानखेड़े स्टेडियम में पहले मैच में बड़ा स्कोर खड़ा करने में नाकाम रहने के बावजूद दो रन से जीत दर्ज करने में सफल रहा।इस साल एकदिवसीय विश्व कप होना है और ऐसे में टी20 प्रारूप प्राथमिकता नहीं है लेकिन गिल अपने पूर्ववर्ती खिलाड़ियों की गल्तियों को दोहराने से बचना चाहेंगे।
गिल का 96 टी20 मैच (अधिकांश आईपीएल और सैयद मुश्ताक अली में) खेलने के बावजूद करियर स्ट्राइक रेट 128.74 का है और अपने पदार्पण मैच में भी वह लय में नहीं दिखे थे।
कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए काफी बार पारी का आगाज करने वाले गिल अब गुजरात टाइटंस के शीर्ष क्रम का अभिन्न हिस्सा हैं। वह हालांकि जमने के बाद रन गति बढ़ाने को तरजीह देते हैं और इसी रवैये के कारण लोकेश राहुल ने टी20 टीम में अपनी जगह गंवाई।
हाल के समय के प्रत्येक भारतीय कप्तान की तरह पंड्या ने शीर्ष क्रम पर निडर रवैये का वादा किया है लेकिन इसके लिए प्रत्येक खिलाड़ी को ऐसा रवैया दिखाना होगा।
भारत के पास टी20 प्रारूप में काफी प्रतिभावान खिलाड़ी हैं। रुतुराज और राहुल त्रिपाठी जैसे बल्लेबाज मौकों का इंतजार कर रहे हैं।उम्मीद है कि गिल और इशान किशन को श्रृंखला के तीनों मैच में पारी का आगाज करने का मौका मिलेगा और पावर प्ले में इनका दमदार प्रदर्शन बाद में आने वाले बल्लेबाजों को निडर होकर खेलने का आत्मविश्वास दे सकता है।
बल्लेबाजी इकाई दूसरे मैच में अधिक रन बनाना चाहेगी और काफी कुछ नए उप कप्तान सूर्यकुमार यादव पर भी निर्भर करेगा जो पहले मैच में सस्ते में पवेलियन लौट गए थे।
भारतीय बल्लेबाजों को श्रीलंका के गेंदबाजों के खिलाफ रन बनाने का तरीका ढूंढना होगा जो स्पिनरों वानिंदु हसरंगा और महेश तीक्षणा पर अधिक निर्भर हैं। इन दोनों ने मुंबई में पहले मैच में मिलकर आठ ओवर में सिर्फ 51 रन पर दो विकेट चटकाए।
दीपक हुड्डा और अक्षर पटेल ने अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया।तेज गेंदबाज शिवम मावी के यादगार पदार्पण से कप्तान पंड्या को राहत मिली होगी। पंड्या ने भी नई गेंद से गेंदबाजी करते हुए प्रभावित किया।
मावी (22 रन पर चार विकेट) की स्विंग और उमरान मलिक (27 रन पर दो विकेट) की गति से गेंदबाजी में विविधता आई है और 2024 टी20 विश्व कप को देखते हुए इन दोनों पर निवेश किया जा सकता है।
चिंता की बात हालांकि लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल हैं जिनका टी20 विश्व कप में मौका नहीं मिलने के बाद मनोबल संभवत: डिगा है। चहल ने पहले मैच में दो ओवर में 26 रन दिए जिसके बाद कप्तान ने उन्हें अपने कोटे के ओवर पूरे करने का मौका नहीं दिया।(भाषा)