पहले दो वनडे में आत्मसमर्पण करने वाली जिम्बाब्वे टीम ने बल्लेबाजी में खासा दम दिखाया लेकिन वह जीत के लिए नाकाफी साबित हुआ। भारत ने अंतिम मैच 13 रनों से जीतकर वनडे सीरीज 3-0 से अपने नाम की।
पहली पारी में भारतीय टीम के स्टार शुभमन गिल रहे जिन्होंने 97 गेंदों में 15 चौकों और एक छक्के की बदौलत 130 रन की शतकीय पारी खेली।
इसके अलावा ईशान किशन ने 61 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 50 रन बनाये। किशन ने दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट होने से पहले गिल के साथ तीसरे विकेट के लिये 140 रन की साझेदारी की।
भारत ने 42 ओवर में 224 रन बना लिये थे, लेकिन ज़िम्बाब्वे ने किशन का विकेट गिरने के बाद मैच में वापसी की और नियमित रूप से विकेट निकालते हुए भारत को 289 रन पर रोका। दीपक हुड्डा (01), अक्षर पटेल (01) और शार्दुल ठाकुर (09) 10 रन का आंकड़ा छुए बिना पवेलियन लौट गये।
इसके बाद रज़ा ने एक छोर से ज़िम्बाब्वे की पारी को आगे बढ़ाया जबकि दूसरे छोर से बल्लेबाज़ आउट होते रहे। ल्यूक जॉन्ग्वे के 169 रन पर सातवें विकेट के रूप में आउट होने के बाद ब्रैड इवान्स क्रीज़ पर आये जिन्होंने रज़ा के साथ आठवें विकेट के लिये 104 रन की साझेदारी की। इवान्स ने 36 गेंदों पर दो चौकों की बदौलत बहुमूल्य 28 रन बनाये और उनके आउट होने तक ज़िम्बाब्वे को 12 गेंदों पर सिर्फ 17 रन की ज़रूरत थी।
ज़िम्बाब्वे की उम्मीदें रज़ा पर टिकी हुई थीं लेकिन शार्दुल ठाकुर ने 49वें ओवर में शुभमन गिल के शानदार कैच की बदौलत उन्हें आउट किया और भारतीय खेमे ने चैन की सांस ली। आवेश खान ने 50वें ओवर में विक्टर न्यौची को आउट कर मैच समाप्त किया।इस जीत के साथ भारत ने तीन मैचों की शृंखला में ज़िम्बाब्वे को 3-0 से क्लीन स्वीप किया।