कोलकाता: भारत ने वनडे सीरीज को आसानी से एकतरफा अंदाज में 3-0 से क्लीन स्वीप कर लिया था लेकिन बुधवार से शुरू हो रही टी 20 सीरीज में मेजबान भारत को विंडीज से कड़ी चुनौती मिलेगी।
टी 20 सीरीज में कप्तान रोहित शर्मा के नए सलामी साझेदार और निचले क्रम को मज़बूत करने पर भारत की नजरें रहेंगी। वनडे सीरीज़ एकतरफ़ा रही और उसके बाद आईपीएल के मेगा ऑक्शन के दोनों दिनों में भारतीय टीम के कुल 10 खिलाड़ियों के मूल्य में काफ़ी वृद्धि देखने को मिली।
इंडीज को भाता है टी-20 प्रारूप
अब क्रिकेट का कारवां आ पहुंचा है कोलकाता के ईडन गार्डंस जहां 16 फ़रवरी से टी20 श्रृंखला की शुरुआत होगी। वेस्टइंडीज़ के प्रशिक्षक फ़िल सिमंस का मानना है कि उनकी बल्लेबाज़ी वनडे के मुक़ाबले टी20 क्रिकेट के लिए कहीं ज़्यादा अनुकूल है और हाल ही में एक रोमांचक सीरीज़ में उन्होंने इंग्लैंड जैसी टीम को 3-2 से हराया भी।
सबकी नज़र टिकी रहेगी भारत के कॉम्बिनेशन और खेलने की शैली पर, ख़ासकर पिछले साल यूएई में हुए विश्व कप में असफलता और उससे उत्पन्न निराशा के बाद। उस टूर्नामेंट के तुरंत बाद भारत ने न्यूज़ीलैंड को 3-0 ज़रूर हराया था लेकिन टीम के आगे कई सवाल अभी भी खड़े हैं।
रोहित शर्मा किसके साथ करेंगे ओपन
केएल राहुल के चोटग्रस्त होने का मतलब है कप्तान रोहित शर्मा को एक नए जोड़ीदार की दरकार है। नीलामी के सबसे महंगे खिलाड़ी इशान किशन और चेन्नई सुपर किंग्स के लिए निरंतर रन बनाने वाले ऋतुराज गायकवाड़ में से एक को यह मौक़ा दिया जाएगा। इशान के हित में एक और बात है कि वह विकेटकीपर की भूमिका निभा सकते हैं। ऐसे में आने वाली श्रीलंका के ख़िलाफ़ टी20 और टेस्ट सीरीज़ के लिए ऋषभ पंत को ताज़ा रखने के लिए विश्राम दिया जा सकता है।
वैसे एक और विकल्प होंगे कोलकाता नाइट राइडर्स के वेंकटेश अय्यर। आईपीएल 2021 में केकेआर के फ़ाइनल तक की दौड़ में ओपनर वेंकटेश का बहुत बड़ा योगदान था और वह मध्यम तेज़ गेंदबाज़ी भी कर सकते हैं। आईपीएल के यूएई चरण में वेंकटेश ने 40 के औसत और 125 के स्ट्राइक रेट से 320 रन बनाए थे और भारत को अपने टॉप छह में गेंदबाज़ी के विकल्प की वैसे भी तलाश है।
भारत के गेंदबाज भी करते हैं बल्लेबाजी
अगर वेंकटेश को वनडे की तरह छटे नंबर पर खिलाया जाएगा तो हो सकता है सूर्यकुमार यादव और श्रेयस अय्यर में से केवल एक को टीम में जगह मिलेगी। दोनों सिर्फ़ तब साथ दिखेंगे जब ऋषभ पंत को बाहर बिठाया जाए। काग़ज़ पर देखें तो शार्दुल ठाकुर, दीपक चाहर और हर्षल पटेल के रहते हुए निचले क्रम में बल्लेबाज़ी काफ़ी मज़बूत दिखती है। ठाकुर और चाहर तो वैसे भी नेट्स में बल्लेबाज़ी पर अधिक ध्यान देने लगे हैं। वहीं 2019-20 में घरेलू टी20 क्रिकेट में हरयाणा के लिए सलामी बल्लेबाज़ के रूप में हर्षल ने अपनी टीम के लिए सिर्फ़ 12 पारियों में सर्वाधिक 374 रन बनाए थे।
नवंबर में भारत के लिए अपने इकलौते मैच में उन्होंने चाहर के साथ खेलते हुए 11 गेंदों पर 18 बनाए थे और टीम को छह विकेट पर 140 से सात पर से 184 के मैच जिताऊ स्कोर तक ले गए थे।
फ़िलहाल संकेत यही है कि ठाकुर और चाहर में से एक को ग्यारह में शामिल किया जाएगा। बल्लेबाज़ी कोच विक्रम राठौड़ का कहना है, 'यह दोनों अच्छी बल्लेबाज़ी कर रहे हैं। और इसका कारण यही है कि यह बल्लेबाज़ी का निरंतर अभ्यास करते हैं। ऐसा सिर्फ़ हालिया समय में नहीं बल्कि कई सालों से हो रहा है।'
जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी को विश्राम देने के फ़ैसले के चलते तेज़ गेंदबाज़ी क्रम की कमान होगी मोहम्मद सिराज के हाथों में। उनके आस-पास अच्छे सीमर्स हैं और स्पिन विभाग में युज़वेंद्र चहल के अनुभव और रवि बिश्नोई की ऊर्जा के बीच में चुनने का मौक़ा है। स्क्वाड में कुलदीप यादव चोटिल वॉशिंगटन सुंदर की जगह ले चुके हैं और हरप्रीत बराड़ नेट बोलर के रूप में हैं। बराड़ दीपक हुड्डा की तरह निचले मध्यक्रम की बल्लेबाज़ी को भी मज़बूत कर सकते हैं।
टीम को बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ की तलाश जारी है। टी नटराजन फ़ॉर्म और चोट से लड़ते हुए क्रिकेट के सबसे उच्च श्रेणी में वापसी की राह पर हैं। पिछले साल श्रीलंका के विरुद्ध टी20 सीरीज़ में चेतन सकारिया को भी खिलाया गया था। अगर नटराजन अपनी यॉर्कर के लिए मशहूर हैं तो वहीं सकारिया नई गेंद से स्विंग कराते हैं और पुरानी गेंद से विविधता में माहिर हैं।
इस खोज में एक और कड़ी हैं उत्तर प्रदेश के यश दयाल जो टीम के साथ हाल ही में जुड़ चुके हैं। वनडे सीरीज़ में नेट बोलर रहे दयाल को रणजी ट्रॉफ़ी के लिए छोड़ दिया गया था। दो और नाम हैं जयदेव उनादकट और ख़लील अहमद, जो भारत के लिए खेल चुके हैं और जिनपर आईपीएल नीलामी में काफ़ी टीमों ने दिलचस्पी दिखाई। आखिर उन्हें मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स ने अपने टीम में शामिल किया।
टीमें इस प्रकार हैं:
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), इशान किशन, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, सूर्य कुमार यादव, ऋषभ पंत, वेंकटेश अय्यर, दीपक चाहर, शारदुल ठाकुर, रवि बिश्नोई, युजवेंद्र चहल, मोहम्मद सिराज, भुवनेश्वर कुमार, अवेश खान, हर्षल पटेल, रुतुराज गायकवाड़, दीपक हुड्डा, कुलदीप यादव और हरप्रीत बरार।