सेंचुरियन टेस्ट पर भी दक्षिण अफ्रीका ने शिकंजा कसा

Webdunia
मंगलवार, 16 जनवरी 2018 (23:20 IST)
सेंचुरियन। पदार्पण कर रहे लुंगी एनगिडी और कागिसो रबाडा की धारदार गेंदबाजी से दक्षिण अफ्रीका ने 287 रन के लक्ष्य का पीछा कर रहे भारत का स्कोर चौथे दिन दूसरी पारी में तीन विकेट पर 35 रन करके दूसरे टेस्ट पर शिकंजा कस लिया। दिन का खेल खत्म होने पर चेतेश्वर पुजारा 11 जबकि पार्थिव पटेल 5 रन बनाकर खेल रहे थे।

एनगिडी ने 14 रन देकर दो जबकि रबाडा ने 9 रन देकर एक विकेट हासिल किया। केपटाउन में पहला टेस्ट 72 रन से जीतने वाले दक्षिण अफ्रीका को तीन टेस्ट की श्रृंखला में विजयी 2-0 की बढ़त हासिल करने के लिए सात विकेट की दरकार है जबकि भारत 252 रन और बनाकर श्रृंखला 1-1 से बराबर कर सकता है, जिसकी संभावना फिलहाल काफी कम लग रही है।

सुपर स्पोर्ट्स पार्क की पिच के इतिहास को देखते हुए भी भारत की राह आसान नहीं है। यहां पर लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे बड़ी जीत इंग्लैंड ने वर्ष 2000 में 249 रन का लक्ष्य हासिल करके दर्ज की थी। इस मैदान पर छह बार ही लक्ष्य हासिल किया जा सका है, जिसे पांच बार मेजबान टीम ने हासिल किया है।

इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने एबी डिविलियर्स (80), सलामी बल्लेबाज डीन एल्गर (61) और कप्तान फाफ डु प्लेसिस (48) की पारियों की बदौलत दूसरी पारी में 258 रन बनाए और भारत को 287 रन का लक्ष्य दिया। डिविलियर्स और एल्गर ने तीसरे विकेट के लिए 141 रन जोड़कर मेजबान टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।

डु प्लेसिस ने वर्नन फिलेंडर (26) के साथ छठे विकेट के लिए 46 और कागिसो रबाडा (04) के साथ आठवें विकेट के लिए 30 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। भारत की ओर से मोहम्मद शमी सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने 49 रन देकर चार विकेट चटकाए। जसप्रीत बुमराह ने 70 रन देकर तीन जबकि ईशांत शर्मा ने 40 रन देकर दो विकेट हासिल किए। रविचंद्रन अश्विन को एक विकेट मिला।

लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने 16 रन तक ही दोनों सलामी बल्लेबाजों मुरली विजय (09) और लोकेश राहुल (4) के विकेट गंवा दिए। रबाडा की नीची रहती गेंद को विजय लेग स्टंप पर खेल गए जबकि राहुल ने एनगिडी की गेंद पर बेहद खराब शाट खेलकर बैकवर्ड प्वाइंट पर केशव महाराज को कैच थमाया।

पहली पारी के शतकवीर कप्तान विराट कोहली भी इसके बाद 20 गेंद में पांच रन बनाने के बाद एनगिडी की गेंद पर पगबाधा हो गए। कोहली ने डीआरएस लेने का भी फैसला किया लेकिन रीप्ले में दिखा कि गेंद सीधे मिडिल स्टंप पर टकरा रही थी और भारतीय कप्तान को पैवेलियन लौटना पड़ा।

इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने दिन की शुरुआत दो विकेट पर 90 रन से की। भारत के लिए आक्रमण की शुरुआत बुमराह और ईशांत ने की। बुमराह ने आक्रमण किया जबकि ईशांत ने रन गति पर अंकुश लगाने को तरजीह दी। डिविलियर्स और एल्गर ने पहले घंटे में 54 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत की।

दोनों ने 167 गेंद में 100 रन की साझेदारी पूरी की। दक्षिण अफ्रीका ने 150 रन 43वें ओवर में पूरे किए। शमी ने हालांकि गेंदबाजी आक्रमण के लिए आते ही मैच का रुख पलट दिया। उनकी गेंद शुरू से ही रिवर्स स्विंग हो रही थी। शमी ने 42वें ओवर में अतिरिक्त उछाल लेती गेंद पर डिविलियर्स को विकेटकीपर पार्थिव पटेल के हाथों कैच कराया। उन्होंने अपनी पारी में 10 चौके जड़े।

चार ओवर बाद एल्गर भी शमी की शार्ट गेंद को पुल करने की कोशिश में डीप स्क्वेयर लेग में राहुल को कैच दे बैठे। उन्होंने 121 गेंद का सामना करते हुए आठज चौके और एक छक्का मारा। राहुल ने हालांकि इसके बाद बैकवर्ड शार्ट लेग पर अश्विन की गेंद पर डु प्लेसिस का कैच टपकाया जो उस समय छह रन बनाकर खेल रहे थे। क्विंटन डिकाक (12) को भी शमी की गेंद पर पार्थिव ने जीवनदान दिया।

डिकाक हालांकि इसका फायदा नहीं उठा पाए और शमी की गेंद पर लगातार तीन चौके जड़ने के बाद पार्थिव को कैच दे बैठे। दक्षिण अफ्रीका ने 39 गेंद में 19 रन के भीतर तीन विकेट गंवाए जिससे उसका स्कोर दो विकेट पर 144 रन से पांच विकेट पर 163 रन हो गया। डु प्लेसिस और फिलेंडर ने इसके बाद टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। लंच के बाद दोनों टीमों ने रक्षात्मक रवैया अपनाया।

दोनों ने अपनी साझेदारी के दौरान 156 गेंदों का सामना किया। लंच और चाय के बीच 27 ओवर में सिर्फ 57 रन बने। ईशांत ने 74वें ओवर में फिलेंडर को शार्ट गेंद पर मुरली विजय के हाथों कैच कराया। दो ओवर बाद केशव महाराज (06) भी इस तेज गेंदबाज की गेंद पर विकेट के पीछे कैच दे बैठे जिससे दक्षिण अफ्रीका का स्कोर सात विकेट पर 215 रन हो गया।

डु प्लेसिस और रबाडा ने हालांकि चाय से पहले के बाकी छह ओवरों में भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा। भारत ने हालांकि हैरानी भरा फैसला करते हुए 80 ओवर के बाद दूसरी नयी गेंद नहीं ली। इससे भी अधिक हैरानी इस बात से हुई की लंच से पहले तीन विकेट हासिल करने वाले मोहम्मद शमी ने लंच और चाय के बीच सिर्फ एक ओवर फेंका जो सत्र का अंतिम ओवर था।

चाय के बाद डु प्लेसिस 46 रन के स्कोर पर एक बार फिर भाग्यशाली रहे जब बुमराह ने अपनी ही गेंद पर उनका कैच टपका दिया। शमी ने रबाडा को दूसरी स्लिप में कोहली के हाथों कैच कराके दक्षिण अफ्रीका को आठवां झटका दिया। बुमराह ने अगले ओवर में डु प्लेसिस का अपनी ही गेंद पर कैच लपककर उनकी पारी का अंत किया। उन्होंने 141 गेंद का सामना करते हुए चार चौके जड़े। अश्विन ने एनगिडी को विजय के हाथों कैच कराके दक्षिण अफ्रीका की पारी का अंत किया।

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