भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा लॉजिस्टिक तौर पर टी20 विश्व कप से कम चुनौतीपूर्ण : धूमल

Webdunia
शुक्रवार, 8 मई 2020 (19:48 IST)
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कोविड-19 महामारी से बनी स्थिति पर कहा कि क्रिकेट के फिर से शुरू होने पर कुछ कहना जल्दबाजी होगी लेकिन इस बात की संभावना अधिक है कि साल के आखिर में भारतीय टीम का ऑस्ट्रेलिया दौरा होगा। 
 
अक्टूबर में प्रस्तावित इस दौरे के समय पर शुरू होने के बारे में धूमल ने कहा कि वहां पहुंचने के बाद भारतीय खिलाड़ी पृथकवास पर जा सकते है लेकिन यह हर विदेशी दौरे से पहले संभव नहीं होगा। धूमल ने कहा, ‘उस समय क्या स्थिति होगी आप उस पर कुछ अंदाजा नहीं लगा सकते। फिलहाल के लिए ऑस्ट्रेलियाई दौरे की संभावना है क्योंकि किसी ने उसे रद्द नहीं किया है। टी20 विश्व कप के लिए भी यही स्थिति है।’ 
 
धूमल ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले खिलाड़ियों को पृथकवास पर जाने की जरूरत तभी होगी जब उससे पहले प्रस्तावित विश्व कप (टी20) नहीं होगा। विश्व कप हुआ तो खिलाड़ी पहले ही पृथकवास पूरा कर लेंगे।’ 
 
उन्होंने कहा कि यह पृथकवास सिर्फ एक बार होगा। उन्होंने कहा, ‘अगर हर दौरे से पहले पृथकवास जरूरी हुआ तो मैचों का आयोजन करना काफी मुश्किल होगा।’ 
धूमल ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर-नवंबर में होने वाला टी20 विश्व कप का आयोजन लॉजिस्टिक तौर पर ज्यादा चुनौतीपूर्ण होगा। 
 
उन्होंने सवाल किया, ‘क्या ऑस्ट्रेलिया के लिए यह संभव होगा कि इतने सारे टीमों (16) के खिलाड़ियों को दो सप्ताह के लिए पृथकवास पर रख सके। खिलाड़ी दो सप्ताह तक पृथकवास पर रहने के बाद क्या सीधे टी20 विश्व कप खेलने के लिए तैयार होंगे। इस पर अभी कुछ भी साफ नहीं है।’ 
 
उन्होंने कहा, ‘एक बार जब स्थिति में सुधर होगा और लॉकडाउन खत्म होगा तब हम अपने खिलाड़ियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए देखेंगे क्या करना है। खिलाड़ियों का स्वास्थ्य सर्वोपरि है।’ 
 
भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चार टेस्ट खेलने है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया हालांकि एक और टेस्ट खेलना चाहता है। धूमल ने कहा कि पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला के बारे में लॉकडाउन से पहले चर्चा की गई थी लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया अब बोर्ड पर पड़ने वाले गंभीर वित्तीय प्रभाव को देखते हुए अपना विचार बदल सकता है।
 
अगर भारतीय दौरा नहीं होता है तो क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को भारी (300 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर) नुकसान हो सकता है उन्होंने कहा, ‘भारतीय टीम का ऑस्ट्रेलिया दौरा होने की संभावना अधिक है क्योंकि इसमें अभी समय है और लॉजिस्टिक तौर पर इसे करना आसान है। हमें यह देखना होगा कि उस समय सरकार के दिशा-निर्देश क्या हैं (भारत और ऑस्ट्रेलियाई सरकार दोनों)।’ 
 
धूमल ने कहा, ‘टीम यात्रा कैसे करेगी? अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर कोई स्पष्टता नहीं है और क्या हमें कोई छूट मिलेगी। हमें इन सब के बारे में अभी कुछ नहीं पता। तस्वीर इतनी धुंधली है कि हम अभी कुछ भी तय नहीं कर सकते है। ‘पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटरों शोएब अख्तर और सकलैन मुश्ताक के अलावा ऑस्ट्रेलिया के ब्रैड हॉग ने भी इस साल भारत-पाक क्रिकेट की वकालत की लेकिन धूमल ने ऐसे विचारों को खारिज कर दिया। 
 
उन्होंने कहा, ‘लोग अकल्पनीय चीजों के बारे में बात कर रहे हैं। वे जो भी चाहे वह सोच सकते हैं लेकिन यह बोर्ड को तय करना है।’ धूमल ने कहा कि अगर इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) नहीं हुआ तो बोर्ड को 4000 करोड़ रुपए का नुकसान होगा। 
 
उन्होंने कहा, ‘अगर आईपीएल नहीं होता है तो राजस्व घाटा 4000 करोड़ रुपए होगा। अगर हम घरेलू सत्र कराने में नाकाम रहे तो यह काफी बड़ी रकम होगी। बीसीसीआई को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। अगर आईपीएल नहीं होता है तो हम बहुत बड़ी समस्या में फंस जाऐंगे।’ (भाषा)

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