मेलबोर्न। लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल (42 रन पर छह विकेट) के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन और विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी की नाबाद 87 रन तथा केदार जाधव की 61 रन की जबरदस्त अर्द्धशतकीय पारियों की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया को तीसरे और निर्णायक एकदिवसीय क्रिकेट मैच में 7 विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 2-1 से ऐतिहासिक जीत दर्ज कर ली।
भारत ने सीरीज का पहला मैच हारने के बाद शानदार वापसी करते हुए अगले दो मैच जीतकर सीरीज अपने नाम की। भारत ने इस तरह पहली बार ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर द्विपक्षीय वनडे सीरीज में जीत हासिल की। भारत ने इससे पहले ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज में 2-1 से जीत दर्ज की थी।
कप्तान विराट कोहली की सेना ने इस तरह ऑस्ट्रेलिया में दोहरी ऐतिहासिक जीत अपने नाम कर इस दौरे को भारतीय क्रिकेट इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज करा दिया।
लेग स्पिनर चहल ने सीरीज में पहला मौका मिलने का पूरा फायदा उठाते हुए 42 रन पर छह विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया को 48.4 ओवर में 230 रन पर समेट दिया। भारत ने अपने तीन विकेट 113 रन पर गंवाने के बाद धोनी और जाधव के बीच चौथे विकेट के लिए 121 रन की अविजित साझेदारी के दम ऑस्ट्रेलिया को शर्मिंदगी झेलने के लिए मजबूर कर दिया। भारत ने 49.2 ओवर में तीन विकेट पर 234 रन बनाकर जीत और सीरीज अपने नाम कर ली। जाधव ने भारत के लिए विजयी चौका मारा।
धोनी ने 114 गेंदों पर नाबाद 87 रन में छह चौके लगाए जबकि जाधव ने 57 गेंदों पर नाबाद 61 रन में सात चौके लगाए। दोनों ने 116 गेंदों पर नाबाद 121 रन की मैच विजयी साझेदारी की। धोनी ने सीरीज में लगातार तीसरा अर्धशतक बनाया और उन सभी आलोचकों को खामोश कर दिया जो उनकी बल्लेबाजी पर लगातार सवाल उठाते रहे थे।
धोनी ने 49वें ओवर में पीटर सिडल की पांचवीं गेंद पर चौका मार कर स्कोर बराबर कर दिया। उन्होंने छठी गेंद पर कोई रन नहीं लिया हालांकि तब तक पूरी भारतीय टीम और कोच रवि शास्त्री बॉउंड्री पर आकर खड़े हो गए थे। जाधव ने 50 वें ओवर में मार्कस स्टॉयनिस की पहली गेंद पर कोई रन नहीं लिया लेकिन अगली गेंद पर चौका मार कर भारतीय खेमे में ख़ुशी की लहर दौड़ा दी। मैच और सीरीज जीतते ही भारतीय खेमे में बधाइयों का दौर शुरू हो गया। चहल को उनके छह विकेट के लिए मैन ऑफ द मैच और धोनी को मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार दिया गया।
भारतीय पारी में रोहित शर्मा के नौ रन बनाकर आउट होने के बाद शिखर धवन ने 46 गेंदों में बिना किसी बॉउंड्री के 23 रन बनाये जबकि कप्तान विराट कोहली ने 62 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 46 रन बनाये। इसके बाद भारत को जीत दिलाने का काम धोनी और जाधव ने किया।
इससे पहले चहल ने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 10 ओवर में 42 रन देकर छह विकेट लिये जो ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर किसी भी गेंदबाज का संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारतीय तेज गेंदबाज अजीत आगरकर ने 9 जनवरी 2004 को इसी मैदान पर 42 रन पर छह विकेट लिए थे। किसी स्पिनर का ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
सीरीज में पहला मैच खेल रहे चहल ने अपना भी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उनका पिछला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में 22 रन पर पांच विकेट था।चहल के छह विकेटों के अलावा तेज गेंदबाजों भुवनेश्वर कुमार ने 28 और मोहम्मद शमी ने 47 रन देकर दो-दो विकेट लिए।
ऑस्ट्रेलिया के लिए पीटर हैंड्सकांब ने 63 गेंदों में दो चौकों की मदद से 58 रन की पारी खेली। पिछले मैच के शतकधारी शॉन मार्श ने 54 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 39, उस्मान ख्वाजा ने 51 गेंदों में दो चौकों की मदद से 34, ग्लेन मैक्सवेल ने 19 गेंदों में पांच चौकों के सहारे 26, झाय रिचर्डसन ने 16, कप्तान आरोन फिंच ने 14 और पीटर सिडल ने नाबाद 10 रन बनाए।