भारतीय टीम का तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला में न्यूजीलैंड के खिलाफ 0-3 से सूपड़ा साफ होने से स्तब्ध सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और हरभजन सिंह जैसे पूर्व दिग्गजों ने टीम से आत्मनिरीक्षण का आह्वान करते हुए टेस्ट प्रारूप में अनावश्यक प्रयोग बंद करने और बेहतर पिचों पर खेलना शुरू करने का आग्रह किया।
श्रीलंका से 0-2 की हार के बाद यहां पहुंची न्यूजीलैंड टीम के खिलाफ तीसरे टेस्ट में 25 रन से हार झेलने के बाद भारत को पहली बार घरेलू मैदान कम से कम तीन मैचों की श्रृंखला में सूपड़ा साफ वाली हार का सामना करना पड़ा।
तेंदुलकर ने कहा, शुभमन गिल ने पहली पारी में जज्बा दिखाया और पंत दोनों पारियों में शानदार थे। उनकी शानदार फुटवर्क के सामने चुनौतीपूर्ण पिच भी बल्लेबाजी के लिए आसान दिख रही थी।
वीरेंद्र सहवाग ने भारतीय बल्लेबाजों को स्पिनरों के खिलाफ अपने खेल के स्तर को ऊंचा करने की सलाह देते हुए इंस्टाग्राम पर लिखा, मेरे लिए समर्थक के रूप में टीम का समर्थन करना अनिवार्य है लेकिन यह हमारी टीम का बहुत ही खराब प्रदर्शन रहा है। निश्चित रूप से स्पिन को खेलने के कौशल में सुधार करने की जरूरत है। कुछ प्रयोग छोटे प्रारूप में अच्छे लगते है लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उनका अनावश्यक प्रयोग वास्तव में खराब था।
भारत के पूर्व ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने कहा कि इस तरह की पिचों पर कोई भी किसी को भी आउट कर सकता है और टीमों को विकेट लेने के लिए मुथैया मुरलीधरन, शेन वार्न या सकलैन मुश्ताक जैसे दिग्गजों की जरूरत नहीं है।