इशांत और पृथ्वी शॉ को पहले टेस्ट की प्लेइंग इलेवन में शामिल कर सकते हैं विराट कोहली

Webdunia
बुधवार, 19 फ़रवरी 2020 (17:28 IST)
वेलिंगटन। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने संकेत दिए कि वरिष्ठ तेज गेंदबाज इशांत शर्मा और युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ न्यूजीलैंड के खिलाफ 21 फरवरी से शुरू हो रहे पहले टेस्ट मैच में अंतिम एकादश में शामिल हो सकते हैं।
 
बुधवार को हुए नेट अभ्यास पर गौर करें तो शुक्रवार से शुरू हो रही टेस्ट श्रृंखला के पहले मैच में ऋद्धिमान साहा टीम में विकेटकीपर के रूप में ऋषभ पंत की जगह ले सकते हैं। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा टीम के 3 विशेषज्ञ तेज गेंदबाज हो सकते हैं जबकि  छठे स्थान के बल्लेबाज हनुमा विहारी पांचवें गेंदबाज की भूमिका निभा सकते हैं।
 
रविचंद्रन अश्विन अकेले विशेषज्ञ फिरकी गेंदबाज हो सकते हैं जबकि रविंद्र जडेजा की हरफनमौला प्रतिभा को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। इशांत शर्मा रणजी ट्रॉफी के दौरान टखने में चोट लगने के बाद तीन सप्ताह से टीम से बाहर थे। उन्होंने नेट में सधी गेंदबाजी की और बल्लेबाजों को गति एवं उछाल से हैरान कर उन्होंने सराहना भी बटोरी।
 
कोहली ने संवाददाताओं से कहा, ‘इशांत बिल्कुल सामान्य दिखे और चोट लगने से पहले की तरह ही गेंदबाजी करते दिखे। वह फिर से अच्छी जगहों पर गेंद डालने लगे हैं। वह पहले भी न्यूजीलैंड में टेस्ट क्रिकेट खेल चुके हैं, अत: उनका अनुभव हमारे लिए लाभदायक होगा। उन्हें अच्छी गति से गेंदबाजी करते और अच्छी जगहों पर गेंद डालते देखना वास्तव में सुखद है।'
 
कप्तान ने कहा कि टीम शॉ की नैसर्गिक बल्लेबाजी में बदलाव नहीं करना चाहेगी। यह इस बात के स्पष्ट संकेत हैं कि शुभमन गिल को बेंच पर बैठे रहना पड़ सकता है। 
 
कोहली ने कहा, ‘पृथ्वी एक प्रतिभावान खिलाड़ी है और उनके पास खेलने का अपना तरीका है। हम चाहेंगे कि वह अपना सहज खेल जारी रखें और नैसर्गिक तरीके से खेलते रहे। इन लड़कों के ऊपर किसी भी तरीके से बेहतर प्रदर्शन करने जैसा कोई बोझ नहीं है।’
 
कोहली ने कहा, ‘उन्हें विदेश में अच्छा खेलने को लेकर कोई घबराहट नहीं है। मयंक ने जिस तरह से ऑस्ट्रेलिया में प्रदर्शन किया था, पृथ्वी भी न्यूजीलैंड में ठीक वैसा कर सकता है।’
 
उन्होंने कहा, ‘बिना डर के खेलने वाले कुछ खिलाड़ियों का होना पूरी टीम का मनोबल बढ़ाता है, इससे हमें ऐसी शुरुआत मिलती है जो टीम  चाहती है और विपक्ष से किसी भी तरह से इसपर असर नहीं पड़ता है।’ कप्तान ने तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में भारत के खराब प्रदर्शन को परे हटाने की कोशिश की।
 
उन्होंने कहा, ‘पृथ्वी, मुझे लगता है कि आप उसे अपेक्षाकृत कम अनुभवी कह सकते हैं, और मयंक, मैं उसे कम अनुभवी कहना पसंद नहीं  करूंगा क्योंकि उसने पिछले साल काफी रन बनाए हैं। अत: वह समझता है कि टेस्ट क्रिकेट में किस तरह का खेल दिखाना होता है।’
 
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि सफेद गेंद के खेल में हम बहुत कुछ करने की कोशिश करते हैं, लेकिन जब आप लाल गेंद वाली क्रिकेट खलते हैं, आप अनुशासित बल्लेबाजी करने लगते हैं, जो निश्चित तौर पर इस अवस्था में उसके ऊपर ठीक लगता है।’

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