ढाका: भारतीय बल्लेबाज लोकेश राहुल ने कहा है कि वह एकदिवसीय क्रिकेट में जरूरत पड़ने पर विकेटकीपर बल्लेबाज की भूमिका निभाने के लिये तैयार हैं।
राहुल ने बंगलादेश के खिलाफ पहले वनडे में एक विकेट की हार के बाद कहा, "हमने पिछले छह-सात महीनों में ज्यादा एकदिवसीय क्रिकेट नहीं खेला है, लेकिन अगर आप देखेंगे तो 2020-21 में मैंने एकदिवसीय क्रिकेट में विकेटकीपर की भूमिका निभाते हुए चौथे-पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी की है।"
उल्लेखनीय है कि ऋषभ पंत के चोटग्रस्त होने के बाद पहले मैच के लिये राहुल को विकेटकीपर की जिम्मेदारी दी गयी थी। टी20 एवं टेस्ट में भारत के लिये ओपनिंग करने वाली राहुल ने यहां पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए टीम के लिये सर्वाधिक 73 रन बनाये। भारत ने राहुल के अर्द्धशतक की बदौलत बंगलादेश के सामने 186 रन का लक्ष्य रखा, हालांकि बंगलादेश ने नौ विकेट के नुकसान पर यह लक्ष्य हासिल कर लिया।
राहुल ने कहा, "यह एक ऐसी जिम्मेदारी है जिसके लिये टीम ने मुझे तैयार रहने के लिये कहा है। मैं यह पहले भी कर चुका हूं, और टीम में जब भी इसकी जरूरत होगी, मैं यह किरदार निभाऊंगा।"
राहुल ने कहा कि वह टी20 विश्व कप के बाद से अपने खेल पर काम कर रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रन बनाकर अच्छा महसूस कर रहे हैं। टी20 विश्व कप में राहुल का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था, जहां वह छह में से चार पारियों में दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके और 21.33 की औसत से कुल 128 रन बनाये।
बांग्लादेश ने पहले वनडे में 40वें ओवर में अपना नौंवा विकेट 136 रन पर हसन महमूद (शून्य) के रूप में गंवा दिया था लेकिन भारतीय टीम अगले छह ओवर में अंतिम विकेट नहीं झटक सकी। इसमें मेहदी हसन (39 गेंद, चार चौके, दो छक्के) और मुस्तफिजुर रहमान (नाबाद 10 रन) के बीच अंतिम विकेट के लिये 51 रन की साझेदारी ने अहम भूमिका अदा की।