वेस्ट इंडीज-भारत के बीच दूसरा टी20 मैच बारिश के कारण रद्द कर दिया गया, लेकिन टीम इंडिया के कप्तान एमएस धोनी इस फैसले से काफी नाराज थे। वो चाहते थे कि बारिश रुकने के बाद मैच पूरा किया जाए। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्ट इंडीज ने भारत को 144 रन का टारगेट दिया था। पिछले मैच के मुकाबले भारतीय गेंदबाजों ने इंडीज बल्लेबाजों को बड़ा स्कोर नहीं बनाने दिया था जिस वजह से भारत के जीतने की संभावना बढ़ गई थी।
जवाब में टीम इंडिया सिर्फ 2 ओवर खेल सकी तभी बारिश की वजह से खेल रोकना पड़ा। लगभग 45 मिनट तक रुके इस मैच के बाद पिच और मैदान काफी गीले हो गए थे। वेस्ट इंडीज के कप्तान कार्लोस ब्रेथवेट के अनुसार सेंट्रल ब्रोवर्ड रीजनल पार्क की आउटफील्ड खेलने के लिए सुरक्षित नहीं थी जिसके बाद धोनी और ब्रेथवेट के बीच हुई इसे लेकर नोंक-झोंक भी हो गई।
वहीं, कप्तान धोनी का कहना था कि पिच उतनी भी खराब नहीं है। उन्होंने अपने करियर में इससे भी घटिया पिचों पर खेला है। ब्रेथवेट के अनुसार बॉलर्स का रन-अप एरिया और मिड ऑन साइड पर फील्ड पर काफी पैच थे। ऐसे में प्लेयर्स के लिए फील्ड काफी खतरनाक है। किसी का करियर भी खराब हो सकता है।
धोनी ब्रेथवेट के फैसले से नाराज दिखे और उन्होंने 2011 के इंग्लैंड टूर का जिक्र किया। धोनी ने कहा, ‘2011 में इंग्लैंड में हमने लगभग पूरी वनडे सीरीज ही बारिश के बीच खेली थी। ब्रेथवेट जिस जगह का जिक्र कर रहे थे, वहां मैं और ब्रावो खड़े थे और वो बॉलर के रन-अप से काफी दूर थी। धोनी ने यह भी कहा कि उनकी टीम में कोई शोएब अख्तर बॉलर नहीं है, जिससे वेस्टइंडीज को खतरा हो।