कोलकाता। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने वाले भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी मंगलवार को यहां केरल के खिलाफ शुरू होने वाले रणजी ट्रॉफी मैच की पूर्व संध्या तक भी बंगाल की टीम से नहीं जुड़े। बीसीसीआई ने शमी को केरल के खिलाफ बंगाल के रणजी ट्रॉफी एलीट ग्रुप 'बी' मैच में खेलने की इस शर्त पर स्वीकृति दी है कि वे प्रत्येक पारी में 15 से 17 ओवर ही डालेंगे।
उत्तरप्रदेश में जन्मे इस तेज गेंदबाज को रविवार को टीम से जुड़ना था लेकिन वे मैच की पूर्व संध्या तक भी टीम के साथ नहीं आए। बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी ने हालांकि कहा कि यह भारतीय तेज गेंदबाज अपने गृहनगर गया है और सोमवार को टीम से जुड़ेगा।
तिवारी ने कहा कि उसके परिवार में किसी का निधन हो गया है। वह इसके लिए गया है। परिवार हमेशा पहली प्राथमिकता होता है। वह सोमवार शाम को आ रहा है। मुझे कोई दिक्कत नहीं है। मुझे नहीं लगता कि उसने किसी उद्देश्य के साथ ऐसा किया है। इसके पीछे कारण है।
शमी के टीम में शामिल होने से बंगाल की सत्र की पहली जीत दर्ज करने की उम्मीद बढ़ गई है। टीम ने अपने पहले 2 मैचों में पहली पारी की बढ़त के आधार पर 6 अंक जुटाए हैं। ईडन गार्डन्स की हरी पिच पर हालात तेज गेंदबाजों के अनुकूल होने की उम्मीद है।
तिवारी ने कहा कि वह भारत का नंबर एक टेस्ट गेंदबाज है। वह इतना स्तरीय खिलाड़ी है कि उसके बिना अभ्यास के टीम से जुड़ने में भी कोई दिक्कत नहीं होगी। तिवारी ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के कड़े दौरे पर जाने से पहले बंगाल की ओर से खेलने की इच्छा शमी ने ही जताई थी। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहला टेस्ट 6 दिसंबर से खेला जाएगा।
इस मैच में केरल की मजबूत बल्लेबाजी का सामना बंगाल की तेज गेंदबाजी से होगी। टीम के पास अशोक डिंडा, ईशान पोरेल, मुकेश कुमार और पदार्पण का इंतजार कर रहे अमित कुइला जैसे तेज गेंदबाज हैं।
केरल के 3 बल्लेबाज मौजूदा सत्र में शतक जड़ चुके हैं जिसमें कप्तान सचिन बेबी भी शामिल हैं। सलामी बल्लेबाज जलज सक्सेना ने आंध्र के खिलाफ 133 रनों की पारी खेली। वीए जगदीशन मध्यक्रम को मजबूत बनाते हैं। अपने पिछले मैच में आंध्र को हराने वाले केरल 7 अंक के साथ ग्रुप 'बी' में शीर्ष पर है।