क्या पाकिस्तान-अफगानिस्तान क्रिकेट सीरीज नहीं होने देगा तालिबान? PCB ने उठाया यह कदम

Webdunia
शनिवार, 21 अगस्त 2021 (16:14 IST)
कुछ दिनों पहले अफगानिस्तान के साथ सीरीज खेलने का मन बन चुका पीसीबी (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड )अब अपने वादे से मुकरता हुआ देखा जा सकता है। 
 
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अफगानिस्तान के खिलाफ अगले महीने श्रीलंका में होने वाली वनडे सीरीज के लिए टीम की घोषणा और लाहौर में शनिवार से शुरू होने वाले प्रैक्टिस कैम्प पर रोक लगा दी है। अफगानिस्तान में तालिबान के सत्तारूढ़ होने के बाद अफगानिस्तान पिछले दो दशक में सबसे बदतर संकट से गुजर रहा है। पीसीबी अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड से सीरीज की पुष्टि मिलने का इंतजार कर रहा है।
 
सीरीज तीन सितंबर से श्रीलंका में खेली जानी है। एसीबी की ओर से श्रीलंका बोर्ड सीरीज की मेजबानी कर रहा है। अधिकारियों ने कहा कि अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अभी पुष्टि नहीं की है कि उनके खिलाड़ी काबुल से कोलंबो कब रवाना होंगे। 
 
पीसीबी ने कहा था तालिबान से मिली थी हरी झंडी
 
कुछ दिनों पहले मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को पूरा भरोसा था कि अफगानिस्तान में राजनीतिक उथल पुथल का उनकी वनडे श्रृंखला पर असर नहीं पड़ेगा बल्कि तालिबान ने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राष्ट्रीय टीम को श्रीलंका में खेलने के लिये हरी झंडी दे दी है।
 
पीसीबी में एक विश्वस्त सूत्र ने कहा था कि उन्हें अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड से श्रृंखला को लेकर सकारात्मक संकेत मिले।
 
उन्होंने कहा था, ‘‘यह श्रृंखला बरकार लगती है क्योंकि तालिबान अधिकारियों ने श्रृंखला को हरी झंडी दे दी है। ’’
उन्होंने यह भी कहा था कि, ‘‘हम अपनी योजना के अनुसार चल रहे हैं और वेस्टइंडीज के खिलाफ 24 अगस्त को दूसरा टेस्ट खत्म होने के बाद हम अपनी टीम की घोषणा करेंगे। ’’
 
अफगानिस्तान के खिलाड़ियों ने काबुल में ट्रेनिंग करना शुरू कर दिया है जबकि पीसीबी ने श्रृंखला के लिये 21 से 28 अगस्त तक लाहौर में एक ट्रेनिंग शिविर की घोषणा की थी जिस पर अब रोक लगा दी गई है। पाकिस्तानी टीम को सीरीज के लिए 29 अगस्त को श्रीलंका रवाना होना है।
 
तालिबान के लिए छवि सुधारने का मौका
 
माना जा रहा है कि अफगानिस्तान में सत्ता बदलने के बाद तालिबान के लिये श्रृंखला को जारी रखकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अपनी छवि को नरम दिखाने से बेहतर तरीका कुछ नहीं हो सकता था।
एक विश्लेषक के अनुसार, ‘‘वे यह श्रृंखला जारी रखेंगे क्योंकि इससे उन्हें पश्चिमी देशों को यह दिखाने का अच्छा मौका मिलेगा कि वे अफगानिस्तान पर शासन करने वाली अपनी पिछली सत्ता से अलग हैं। ’’
 
अफगानिस्तान के ज्यादातर शीर्ष खिलाड़ी इंग्लैंड में हैं और ‘द हंड्रेड’ टूर्नामेंट में भाग ले रहे हैं जिसमें राशिद खान, मुजीब उर रहमान भी शामिल हैं।

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