नई दिल्ली। दिग्गज क्रिकेटर माइकल होल्डिंग ने उम्मीद जताई है कि तीन अलग-अलग द्वीपों पर रहने वाले निकोलस पूरन, शिमरोन हेटमायर और शाई होप वेस्टइंडीज क्रिकेट को फिर से बुलंदी पर ले जा सकते हैं। होल्डिंग ने कहा कि इन युवा क्रिकेटरों के कारण उन्हें उम्मीद की रोशनी दिख रही।
उन्होंने ‘वॉयस ऑप बारबडोस रोडियो के मैसन एंड गेस्ट कार्यक्रम’ में कहा कि अगर इन युवा प्रतिभाओं को ठीक से प्रशिक्षण दिया जाता है तो वेस्टइंडीज क्रिकेट फिर से बुलंदी पर पहुंच सकता है।
होल्डिंग ने मंगलवार को प्रसारित हुए कार्यक्रम में कहा, 'मुझे उम्मीद की किरण दिख रही क्योंकि मैं उनकी प्रतिभा को देख रहा हूं।'
उन्होंने कहा, 'यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम इस प्रतिभा के साथ कैसे न्याय करते हैं। अगर हम इन प्रतिभाओं से सर्वश्रेष्ठ लेने में सफल रहे तो एक अच्छी टीम का गठन कर सकते हैं। व्यक्तिगत प्रतिभा से तभी अच्छा परिणाम मिल सकता है जब टीम अच्छा करे।'
होल्डिंग ने कहा कि पूरन, हेटमायर और होप को लेकर वे इतने आशान्वित है क्योंकि ये ऐसे खिलाड़ी है जो दुनिया की किसी भी टीम में जगह बनाने में सक्षम हैं। जैसन होल्डर की अगुवाई में टेस्ट क्रिकेट में पिछले कुछ समय में वेस्टइंडीज के प्रदर्शन में सुधार देखने को मिला है।
एकदिवसीय क्रिकेट में फिनिशर की शानदार भूमिका निभाने वाले 24 साल के पूरन को अभी टेस्ट में मौका नहीं मिला है जबकि 23 साल के हेटमायर ने 16 टेस्ट खेले हैं। 26 साल के होप इन तीनों में सबसे अनुभवी है जिन्होंने 31 टेस्ट में दो शतक लगाए हैं। (भाषा)