रेलवे की 10 महिला क्रिकेटरों को 13-13 लाख रुपए और प्रमोशन

Webdunia
गुरुवार, 27 जुलाई 2017 (18:44 IST)
नई दिल्ली। रेलवे ने महिला विश्वकप टूर्नामेंट में उपविजेता रही भारतीय टीम में शामिल अपनी 10 खिलाड़ियों को 13-13 लाख रुपए और प्रमोशन का तोहफा दिया है। रेलवे ने इस तरह इन 10 खिलाड़ियों को कुल एक करोड़ 30 लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी। 
          
रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने गुरुवार को रेल मंत्रालय में आयोजित एक सम्मान समारोह में भारतीय टीम में शामिल रेलवे की 10 क्रिकेटरों को सम्मानित करते हुए यह तोहफा दिया। रेलवे ने इस तरह इन 10 खिलाड़ियों को कुल एक करोड़ 30 लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी। 
          
रेलवे ने इस पुरस्कार राशि के अलावा भारतीय कप्तान मिताली राज और उपकप्तान हरमनप्रीत कौर को प्रमोशन देते हुए ओएसडी बना दिया है जबकि अन्य आठ खिलाड़ियों को उनके मौजूदा ग्रेड से ऊपर एक ग्रेड और दे दिया गया है। इन 10 खिलाड़ियों में मिताली, हरमनप्रीत, एकता बिष्ट, पूनम राउत, वेदा कृष्णामूर्ति, पूनम यादव, सुषमा वर्मा, मोना मेशराम, राजेश्वरी गायकवाड़ और नुजहत परवीन शामिल हैं।
 
रेलमंत्री प्रभु इससे पहले सुबह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा महिला टीम के लिए  आयोजित सम्मान समारोह में भी गए  थे लेकिन टीम में शामिल रेलवे की खिलाड़ियों के लिए  पुरस्कार और प्रमोशन की घोषणा उन्होंने रेलवे के कार्यक्रम में की। 
         
कप्तान मिताली और उपकप्तान हरमनप्रीत को ओएसडी बना दिया गया है। मौजूदा समय में एकता बिष्ट, पूनम यादव, राजेश्वरी गायकवाड़ और मोना मेशराम जूनियर क्लर्क थीं जिन्हें एक ग्रेड की पदोन्नति मिल गई है। वेदा और परवीन दोनों अकाउंट्स क्लर्क से अगले ग्रेड में पदोन्न्त हो गई हैं। सुषमा टीसीआर से और पूनम राउत ऑफिस सुपरिटेंडेंट से अगले ग्रेड में पदोन्नत की गई हैं।  
          
इस सम्मान समारोह में ऐसा लग रहा था कि रेल मंत्रालय के तहत तमाम विभागों के कर्मचारी वहां इन खिलाड़ियों को देखने के लिए एकत्रित हो गए हैं। इतनी भीड़ थी कि मीडियाकर्मियों को इन लोगों के पीछे खड़े होकर तमाम कार्यक्रम देखना पड़ा। इस भीड़ को देखकर यह बात तो साबित हो गई कि प्रशंसकों ने अब महिला क्रिकेटरों को भी पहचानना शुरू कर दिया है और उन्हें नई लोकप्रियता मिल रही है।
         
यह एक दिलचस्प तथ्य है कि मौजूदा समय में भारतीय क्रिकेट में जो महिला खिलाड़ी खेल रही हैं, उनमें से 975 रेलवे में कार्यरत हैं, जबकि विश्वकप की 15 सदस्यीय टीम में से 10 खिलाड़ी रेलवे से ही थीं। पूर्व भारतीय कप्तान डायना इडुलजी ने तो रेलवे को महिला क्रिकेट की लाइफलाइन कहा है। (वार्ता)
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