मैनचेस्टर: चार साल बाद भारत की टी20 विश्व कप टीम में चुने गए स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि इस समय प्रसन्नता और कृतज्ञता दो ऐसे शब्द हैं जो उनकी मनोदशा व्यक्त कर सकते हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला में भारतीय टीम का हिस्सा अश्विन ने टी20 टीम की घोषणा के बाद एक तस्वीर ट्वीट की जिस पर लिखा था , हर सुरंग के आखिर में रोशनी होती है लेकिन जो उस रोशनी में विश्वास रखते हैं, वहीं उसे देखने के लिये बच पाते हैं।
अश्विन ने आखिरी बार सीमित ओवरों का क्रिकेट वेस्टइंडीज दौरे पर खेला था। उन्होंने 46 टी20 मैचों में 52 विकेट लिये हैं।अश्विन आखिरी बार टी 20 में जुलाई 2017 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ खेले थे।
आईपीएल के पिछले सत्र में उन्होंने 13 विकेट लिये थे। अश्विन ने 2018 और 2019 के सत्रों में आईपीएल में पंजाब टीम की कप्तानी की थी और दोनों सत्रों में क्रमशः 10 और 15 विकेट हासिल किये थे।
अश्विन 2020 में पंजाब छोड़कर दिल्ली कैपिटल्स टीम में चले गए थे और उन्होंने 30.07 के औसत और 7.88 के इकोनॉमी रेट से 13 विकेट हासिल किये थे। वह दिल्ली टीम के 2021 में खेले आठ में से पांच मैचों में उतरे थे और 7.73 की इकोनॉमी से मात्र एक विकेट ले पाए थे।
अश्विन को चहल ने किया था रिप्लेस लेकिन टी-20 टीम में शामिल हुए अश्विन
भविष्य की योजना को ध्यान में रखते हुए आर अश्विन को साल 2017 के बाद टीम से हटाया गया और उनकी जगह युजवेंद्र चहल को टीम में शामिल किया गया। चहल ने इस मौके को भुनाया और साल 2017 और 2018 में बेहतरीन प्रदर्शन किया। लेकिन इसके बाद उनकी गाड़ी पटरी से हटने लगी। उन्होंने 9 की इकॉनोमी से रन लुटाने शुरु किए।
चहल को टीम ड्रॉप कर देगी यह तो फिर भी कोई सोच सकता था लेकिन उनकी जगह अश्विन टीम में शामिल होंगे यह कोई नहीं सोच सकता था।यह दिलचस्प बात है कि जिस युवा गेंदबाज को अनुभवी गेंदबाज की जगह पर सिलेक्ट किया गया था अब बोर्ड वापस अपने अनुभवी गेंदबाज के पास गई है।