चौथे टेस्ट के बाद कोहली ने की इन खिलाड़ियों की तारीफ, रूट ने बल्लेबाजों को कोसा

Webdunia
शनिवार, 6 मार्च 2021 (22:51 IST)
अहमदाबाद: भारतीय क्रिकेट टीम की प्रतिभावान और मजबूत बेंच स्ट्रेंथ से कप्तान विराट कोहली इस बात को लेकर काफी आश्वस्त है कि अगले कुछ वर्षों में जब टीम बदलाव के दौर से गुजरेगी तो उसके लिए परिस्थितियां ज्यादा मुश्किल नहीं होगी।
 
वाशिंगटन सुंदर, मोहम्मद सिराज और ऋषभ पंत जैसे कई युवा खिलाड़ियों के उदय से भारत ने देश और विदेश दोनों जगहों पर शानदार प्रदर्शन किया है। भारतीय टीम ने शनिवार को इंग्लैंड को चौथे और अंतिम टेस्ट में पारी और 25 रन से करारी शिकस्त देते हुए श्रृंखला 3-1 से अपने नाम की।श्रृंखला का यह नतीजा तब आया जब टीम पहले टेस्ट में बुरी तरह 227 रन से हार गयी थी।
 
कोहली ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ चेन्नई (दूसरे टेस्ट) में वापसी ने मुझे सबसे अधिक प्रसन्न किया। पहले टेस्ट में हम अच्छा नहीं खेले और इंग्लैंड ने हमें पछाड़ दिया। उस मैच में टॉस ने अहम भूमिका निभाई और गेंदबाज अपना दमखम नहीं दिखा सके। इसके बाद हम अधिक लगन के साथ मैदान पर उतरे और बेहतर गेंदबाजी की। ऐसे में यह वापसी बेहद शानदार रही।’’
 
कोहली ने कहा, ‘‘ हमारी बेंच स्ट्रेंथ बेहद मजबूत है और यह भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा संकेत है। जब टीम में बदलाव का दौर आयेगा तो इसके प्रदर्शन के स्तर में गिरावट नहीं होगी। इस मैच में ऋषभ और वाशी (सुंदर) की साझेदारी ने निर्णायक मोड़ में पहुंचाया।’’
 
दूसरे और तीसरे टेस्ट में जीत हासिल करने के बाद, भारत ने चौथे टेस्ट मैच को भी तीन दिनों के भीतर जीता।
 
कोहली ने कहा, ‘‘हमें चेन्नई में पहले मैच के बाद अपनी भाव-भंगिमा (बॉडी लैंग्वेज) को सही किया। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हर टीम बेहतरीन है और घरेलू मैदान पर भी उन्हें हराने के लिए हमें कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। लय और पैनापन को को जारी रखना सबसे महत्वपूर्ण है और यही हमारी टीम की पहचान है।’’
 
सलामी बल्लेबाल रोहित शर्मा ने दूसरे टेस्ट की पहली पारी में 161 रन बनाए और कप्तान ने कहा कि इस शतकीय पारी और अश्विन के 32 विकेट ने श्रृंखला के रूख को बदल दिया।
 
उन्होंने कहा, ‘‘ चेन्नई (दूसरे टेस्ट) में रोहित की पारी ने श्रृंखला का रूख बदल दिया और अश्विन पिछले कुछ वर्षों से हमारे सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी रहे है। इस श्रृंखला में ये दोनों हमारे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रहे।
 
अश्विन ने इस श्रृंखला में 32 विकेट लेने के साथ शतकीय पारी भी खेली। वह मैन ऑफ द सीरिज बनने के साथ टीम के विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में पहुंचने को लेकर काफी उत्साहित दिखे।
 
अश्विन ने कहा, ‘‘ यह तथ्य कि हम डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए क्वालीफाई कर चुके है, बहुत महत्वपूर्ण है। ऑस्ट्रेलिया में दमदार प्रदर्शन के बाद भी चेन्नई में पहले टेस्ट की हार के बाद टीम में निराशा का माहौल था। श्रृंखला में जब भी हमारे लिए परिस्थिति चुनौतीपूर्ण होती थी तब कोई ना कोई खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन करता था।
 
अश्विन ने ऋषभ पंत की भी सराहना करते हुए कहा कि इस युवा विकेटकीपर बल्लेबाज की खेल के दिग्गजों से तुलना करना अनुचित है।
 
उन्होंने कहा, ‘‘ पिछले साल ऋषभ को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है, दिग्गज खिलाड़ियों से उसकी तुलना करना सही नहीं होगा। उसने इस श्रृंखला में जिस तरह से बल्लेबाजी की वह शानदार है।’’
 
उन्होंने बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘ अक्षर टीम में जड्डू (रविन्द्र जडेजा) की जगह पर आया था। वह सभी प्रशंसा का हकदार है और अपनी पहली श्रृंखला खेल रहे किसी खिलाड़ी के तौर पर पह काफी सटीक था।’’
 
इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने माना ने भारत ने उनकी टीम को हर विभाग में पछाड़ दिया।उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे लिये पहला मैच सकारात्मक रहा। हम पिछले तीन मैचों में भारत की बराबरी नहीं कर सके और हमें इस अनुभव और इस श्रृंखला से सीखने और बेहतर बनने की आवश्यकता है।’’
 
उन्होने कहा, ‘‘ कई ऐसे महत्वपूर्ण मोड़ थे जिसे भारत भुनाने में सफल रहा और हम ऐसा नहीं कर सके। वाशिंगटन और ऋषभ ने ऐसे समय शानदार बल्लेबाजी की जब मैच पर हमारी पकड़ मजबूत हो गयी थी। हम बड़ा स्कोर खड़ा करने में नाकाम रहे और भारत ने हमें पछाड़ दिया।’’
 
रूट ने इंग्लैंड की ‘रोटेशन नीति’ का भी बचाव किया और कहा कि खिलाड़ियों को आराम देना महत्वपूर्ण है।उन्होंने कहा, ‘‘ यह वास्तव में महत्वपूर्ण है कि हमें अपने खिलाड़ियों को विश्राम करने का मौका मिले।’’(भाषा) 

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