सीएसए के मुख्य कार्यकारी हारुन लोर्गाट ने यह जानकारी देते हुए कहा कि गत वर्ष हुए रेम स्लेम ट्वंटी-20 टूर्नामेंट में जीन सिमेस, थामी त्सोलकिले, एथी म्भालाथी और पुमेलेला मात्शिकवे को फिक्सिंग का दोषी पाया गया तथा सभी ने अपने जुर्म स्वीकार भी कर लिए हैं। फिक्सिंग को लेकर हमारी नीति स्पष्ट है जिसके तहत हमने इन चारों खिलाड़ियों पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं।
राष्ट्रीय टीम के विकेटकीपर रह चुके त्सोलकिले को 12 वर्ष के लिए प्रतिबंधित किया गया है। मत्शिकवे और म्भालाथी पर 10-10 वर्ष का प्रतिबंध लगाया गया है, वहीं ऑलराउंडर खिलाड़ी सिमेस पर 7 वर्ष का प्रतिबंध लगाया गया है। इन चारों खिलाड़ियों पर टूर्नामेंट के दौरान पैसे लेकर मैच फिक्स करने का आरोप है। (वार्ता)